हवाई मार्ग से भी दुश्मनों को सबक सिखाने के लिए अब भारत ने पूरी तैयारी कर लिया है। भारत ने रविवार को नौसेना के स्वदेशी स्टील्थ डिस्ट्रॉयर आईएनएस चेन्नई से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
नई दिल्ली. हवाई मार्ग से भी दुश्मनों को सबक सिखाने के लिए अब भारत ने पूरी तैयारी कर लिया है। भारत ने रविवार को नौसेना के स्वदेशी स्टील्थ डिस्ट्रॉयर आईएनएस चेन्नई से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। परीक्षण के दौरान मिसाइल ने अरब सागर में एक लक्ष्य पर निशाना लगाया। मिसाइल ने उच्च-स्तरीय और अत्यंत जटिल युद्धाभ्यास करने के बाद लक्ष्य को सटीकता के साथ सफलतापूर्वक लक्षित लिया। ब्रह्मोस प्राइम स्ट्राइक हथियार के रूप में नेवल सर्फेस लक्ष्यों को लंबी दूरी तक निशाना बनाकर युद्धपोतों की अजेयता सुनिश्चित करेगा।
मिसाइलों का परीक्षण ऐसे समय में हो रहा है जब पूर्वी लद्दाख में वास्तविक रेखा (LAC) पर भारत और चीन के बीच तनाव जारी है। वहीं, बीते दो महीनों में भारत ने कुल मिलाकर 11 मिसाइलों का परीक्षण किया है।मगर ब्रह्मोस के सफल परीक्षण के साथ ही भारत ने महज 18 दिनों में पांच मिसाइलों का सफल परीक्षण किया। ऐसे में आइए जानते हैं वो कौन से पांच मिसाइलें हैं?
कब-कब किन मिसाइल का हुआ परीक्षण
1- एक अक्तूबर को लेजर गाइडेड एंटी टैंक गाइडेट मिसाइल (ATGM) महाराष्ट्र के अहमदनगर में एमबीटी अर्जुन टैंग से दागा गया।
2- तीन अक्तूबर को भारत ने ओडिशा तट से परमाणु शक्ति संपन्न शौर्य मिसाइल के नए वर्जन का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
3- पांच अक्तूबर को भारत ने एंटी-सबमरीन वारफेयर को विकसित किया है और स्वदेशी निर्मित स्मार्ट टोरपेडो सिस्टम का सफलतापूर्वक परीक्षण किया, जोकि टोरपेडो रेंज के पार एंटी सबमनरीन वारफेयर (ASW) ऑपरेशंस के लिए आवश्यक है।
4- 10 अक्तूबर को भारत ने पहले एंटी रेडिएशन मिसाइल रुद्रम-1 का सफल परीक्षण किया, जोकि जमीन पर दुश्मनों के रडार को डिटेक्ट कर सकता है।
5- 18 अक्तूबर को आईएनएस चेन्नई युद्धपोत से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया गया।