नेशनल न्यूज। चीन और पाकिस्तान पर नजर रखने और उनके किसी भी हमले या साजिश को नाकाम करने के लिए भारत ने तैयारी कर ली है। अब आसमान से न सिर्फ उनकी हरकतों पर नजर रखी जाएगी बल्कि हमलों का और भी मुस्तैदी से जवाब दिया जाएगा। इसके साथ ही भारतीय सीमा में सेंधमारी कर रहे आतंकियों को भी सबक सिखाया जाएगा। जी हां, देश को जल्द ही 31 MQ-9B ड्रोन मिलने वाले हैं। अमेरिका से प्रस्तावित डील पर मंजूरी मिल गई है। ऐसे में भारत के पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान पर अब हर पल नजर रखी जा सकेगी। भारत की सीमा क्षेत्र में सेंधमारी करने वालों की अब खैर नहीं है।
क्या है MQ-9B ड्रोन की खासियत, क्यों कहते हैं ‘हंटर किलर’
अमेरिका से खरीदे जाने वाले MQ-9B ड्रोन देश की सुरक्षा के लिहाज से काफी फायदेमंद हैं। इससे न सिर्फ निगरानी करने बल्कि हवाई हमलों में भी माहिर है। यह 40 हजार फीट से अधिक ऊंचाई पर लगातार 36 घंटे तक उड़ान भरने के साथ ही हवा से जमीन पर ताबड़तोड़ हमले कर सकता है। यह मिसाइलों और बम के गोलों से लैस होता है। दिखने में इसका लुक भी किसी लड़ाकू विमान जैसा होता है। इसी लिए इसे 'हंटर किलर' भी कहते हैं। यह ड्रोन निगरानी और टोही मिशनों में महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाता है।
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सेना की शक्ति बढ़ेगी, साल के अंत तक मिलेगा ड्रोन
भारत को हंटर किलर ड्रोन मिलने से सेना की शक्ति बढ़ेगी। सेना के जवानों को अब घुसपैठियों के ठिकानों और गतिविधियों की जानकारी मिल सकेगी। डील के मुताबिक वर्ष के अंत में नवंबर-दिसंबर तक भारत को ड्रोन मिलने की संभावना जताई जा रही है। देश की सुरक्षा के लिए खरीदे जाने वाले ड्रोन के लिए करीब 4 अरब रुपये खर्च किए जाने की जानकारी सामने आई है।
आर्मी, नेवी और एयरफोर्स को दिए जाएंगे 'हंटर किलर'
अमेरिका से खरीदे जाने वाले हंटर किलर ड्रोन आर्मी, नेवी और एयरफोर्स तीनों को दिया जाएगा ताकि हर मोर्चे पर सेना को सहायता मिल सकेगा। भारत सरकार की ओर से यह तय किया गया है कि थल सेना को 15 ड्रोन दिए जाएंगे। जबकि नेवी और एयरफोर्स को 8-8 हंटर किलर ड्रोन दिए जाएंगे।