Air India Plane crash: 1996 से 2025 तक जब आसमान बना कब्रगाह, भारत की 5 सबसे घातक एयर ट्रैजेडी

Published : Jun 12, 2025, 04:31 PM IST

भारत में फिर टूटा आसमान का भरोसा! 12 जून 2025 को एयर इंडिया विमान रहस्यमयी हालातों में क्रैश हुआ। क्या इतिहास फिर दोहराया जा रहा है? जानिए 5 सबसे बड़े विमान हादसे, उनके राज़ और उड़ान सुरक्षा पर उठते सवाल। 

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रहस्यमयी क्रैश – एयर इंडिया की उड़ान का खौफनाक अंत

Air India plane crash: 12 जून 2025 को एयर इंडिया का विमान गुजरात में रहस्यमयी हालातों में क्रैश हो गया। 250 से ज्यादा लोग सवार थे। यह हादसा भारत की हवाई सुरक्षा पर एक बार फिर सवाल खड़े कर रहा है। क्या यह महज हादसा है या किसी लापरवाही का नतीजा? देखें भारत के 5 सबसे भयावह विमान क्रैश हादसे…

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1. चरखी दादरी 1996 – भारत की सबसे भीषण हवाई दुर्घटना

349 मौतें! दिल्ली के पास दो विमानों की हवा में टक्कर ने इतिहास का सबसे खतरनाक हादसा दर्ज किया। पायलटों की गलत सूचना और एयर ट्रैफिक कंट्रोल की चूक इसका कारण बनी। आज भी यह दुनिया की सबसे भीषण मिड-एयर दुर्घटना है।

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2.मैंगलोर एक्सप्रेस 2010 – रनवे से फिसला बोइंग 737

एयर इंडिया एक्सप्रेस फ्लाइट 812 रनवे से फिसलकर खाई में जा गिरी। 158 लोगों की मौत हुई। खराब रनवे डिज़ाइन और पायलट की चूक ने इस हादसे को और दर्दनाक बना दिया। यह हादसा टेबल टॉप रनवे की सुरक्षा पर बड़ा सवाल बना।

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3.कोझिकोड 2020 – बारिश, फिसलन और एक और हादसा

दुबई से कोझीकोड आई फ्लाइट रनवे से आगे निकल गई और दो हिस्सों में टूट गई। 18 यात्रियों की जान गई। भारी बारिश और विजिबिलिटी की कमी मुख्य वजह रही। हादसे ने मौसम और रनवे के जोखिम को फिर उजागर किया।

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4. एयर इंडिया 855, 1978 – टेकऑफ के 2 मिनट में समंदर में समा गया विमान

नए साल की शाम को मुंबई तट के पास क्रैश हुआ यह विमान महज़ कुछ मिनटों में 213 जानें ले गया। पायलट डिसऑरिएंटेशन और इंस्ट्रूमेंट फेलियर इसके पीछे माने गए। यह हादसा भारतीय विमानन इतिहास के सबसे भयानक अध्यायों में से एक है।

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5. पटना 2000 – एलायंस एयर की उड़ान का दुखद अंत

पटना में रनवे पर उतरते वक्त फ्लाइट 7412 स्टॉल कर गई और रिहायशी इलाके में गिर गई। 60 से अधिक मौतें हुईं। यात्रियों की चीखों और जलते मलबे ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया था।

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कंधार अपहरण 1999 – आईसी 814 और आतंक का खेल

भारत की फ्लाइट को हाइजैक कर अफगानिस्तान ले जाया गया। एक यात्री की मौत हुई और भारत को आतंकियों को रिहा करना पड़ा। यह सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल था।

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क्या लापरवाही है इन हादसों की जड़?

विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में तकनीक तो आई, लेकिन सुरक्षा लागू करने में ढिलाई रही। बार-बार हो रही घटनाएं दिखाती हैं कि पायलट प्रशिक्षण, रनवे रखरखाव और संकट प्रबंधन में बड़े सुधार अभी भी ज़रूरी हैं।

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DGCA और ICAO की चेतावनियां

2019 में ICAO ने भारत की एयर सेफ्टी में कई खामियों की ओर इशारा किया। DGCA की रिपोर्टों में भी कई बार सुरक्षा मानकों की अनदेखी सामने आई है। क्या एयरलाइंस कॉस्ट कटिंग में यात्रियों की सुरक्षा से समझौता कर रही हैं?

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विशेषज्ञों की चेतावनी – 'प्रतिक्रिया नहीं, सुधार चाहिए'

कैप्टन मोहन रंगनाथन और जितेंद्र भार्गव जैसे विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में सुरक्षा के नियम हैं, लेकिन इनका अनुपालन कमजोर है। सिस्टमिक सुधार जरूरी हैं।

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भारत का बढ़ता हवाई ट्रैफिक और सुरक्षा का दबाव

UDAN योजना और तेजी से बढ़ते मध्यम वर्ग के कारण भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा घरेलू विमानन बाजार बन चुका है। ऐसे में, सुरक्षा से समझौता अब किसी भी कीमत पर नहीं किया जा सकता।

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