वायुसेना की कार रैली अरुणाचल पहुंची, जसवंत सिंह को श्रद्धांजलि

Published : Oct 26, 2024, 10:06 PM ISTUpdated : Oct 26, 2024, 10:57 PM IST
Vayu veer vijeta

सार

वायुसेना की 'विंग्स ऑफ ग्लोरी' कार रैली अरुणाचल प्रदेश पहुंची और वीर जसवंत सिंह को श्रद्धांजलि दी गई। रैली 1 अक्टूबर को शुरू हुई और 30 अक्टूबर को समाप्त होगी। यह रैली युद्ध स्मारक से शुरू होकर कई जगहों से गुजर रही है।

Wings of Glory Car rally: वायुसेना में युवाओं को आकर्षित करने के लिए इंडियन एयरफोर्स की विंग्स ऑफ ग्लोरी कार रैली (वायु वीर विजेता कार रैली) शनिवार को अरुणाचल प्रदेश में एंट्री की है। रैली, एयरफोर्स और उत्तराखंड युद्ध स्मारक देहरादून द्वारा संयुक्त रूप से संचालित है। रैली का अरुणाचल में भव्य स्वागत किया गया। यहां रैली में वीर जसवंत सिंह को श्रद्धांजलि दी जाएगी।

रैली के सीनियर सैन्य अधिकारियों ने उत्तराखंड के योद्धा राइफलमैन जसवंत सिंह रावत को श्रद्धांजलि दी। विश्व प्रसिद्ध तवांग बौद्ध मठ में एक सम्मान समारोह आयोजित है। 30 अक्टूबर को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा यहां ध्वजारोहण किया जाएगा। तवांग, छठे दलाई लामा का जन्मस्थान है। यहां तिब्बत के बाहर दुनिया का सबसे बड़ा बौद्ध मठ है।

1 अक्टूबर को शुरू हुई थी कार रैली, 30 को समापन

वायु वीर विजेता आईएएफ-यूडब्ल्यूएम कार रैली को 1 अक्टूबर को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक से गर्मजोशी से विदा किया गया था। 8 अक्टूबर को वायुसेना दिवस पर थोइस (सियाचिन के रास्ते में भारतीय सैनिकों का ट्रांजिट हॉल्ट) से इसकी औपचारिक शुरुआत की गई। यह समुद्र तल से 3068 मीटर ऊपर (एएमएसएल) दुनिया के सबसे ऊंचे वायुसेना स्टेशनों में से एक है।

9 अक्टूबर को लद्दाख के उपराज्यपाल ब्रिगेडियर बीडी मिश्रा लेह के पोलो ग्राउंड में वायु योद्धाओं की कार रैली की अगवानी की थी। इसके बाद उनको आगे के लिए रवाना किया। रैली को वायु वीर विजेता रैली के अलावा हिमालयन थंडर या विंग्स ऑफ ग्लोरी कार रैली भी नाम दिया गया है। कार रैली में 52 वायु योद्धा ड्राइवर और को-ड्राइवर हैं। इसमें कई महिला वायुसेना अधिकारी हैं।

मारुति सुजुकी ने हिमालयन थंडर रैली के लिए 4x4 जिम्नी उपलब्ध कराई

भारतीय वायुसेना को कठिन पहाड़ी वाहनों की सबसे बड़ी आपूर्तिकर्ता मारुति सुजुकी ने हिमालयन थंडर रैली के लिए सद्भावना के तौर पर अपनी 4x4 जिम्नी उपलब्ध कराई है। रैली 13 नवंबर तक दिल्ली लौट आएगी। यहां टॉप नेशनल लीडर्स एवं मिलिट्री लीडर्स को 'ध्वजारोहण' का सम्मान करने के लिए आमंत्रित किया गया है।

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