उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ ने मुंबई में अत्याधुनिक युद्धपोत 'महेंद्रगिरि' (Indian Navy Warship Mahendragiri) को लॉन्च किया। यह स्टील्थ फीचर से लैस अत्याधुनिक फ्रिगेट है।
मुंबई। नौसेना के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को लेकर भारत को शुक्रवार को बड़ी कामयाबी मिली है। मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड द्वारा बनाए गए अत्याधुनिक युद्धपोत 'महेंद्रगिरि' (Indian Navy Warship Mahendragiri) को मुंबई में लॉन्च किया गया है। इसे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ ने लॉन्च किया। महेंद्रगिरि दुश्मन की नजर में आए बिना हमला करने में माहिर है।
महेंद्रगिरि को प्रोजेक्ट 17ए के तहत बनाया गया है। यह अत्याधुनिक स्टील्थ फीचर से लैस है। इसके चलते यह रडार की पकड़ में आने से बचता है। इसके साथ ही इस युद्धपोत को अत्याधुनिक हथियारों और सेंसरों से लैस किया गया है। युद्धपोत के उपकरणों के 75 प्रतिशत ऑर्डर सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों सहित स्वदेशी कंपनियों द्वारा पूरे किए गए थे।
महेंद्रगिरि के पास है स्टील्थ फीचर
महेंद्रगिरि इस बात का उदाहरण है कि भारत के पास अत्याधुनिक और शक्तिशाली युद्धपोत बनाने की क्षमता है। प्रोजेक्ट 17ए के तहत कुल चार युद्धपोत बनाए गए हैं। इस युद्धपोत में रूस और इजराइल जैसे देशों से लिए गए कुछ हथियार लगाए गए हैं। बाकी हथियार भारत में बने हैं। महेंद्रगिरि को इस तरह बनाया गया है कि रडार क्रॉस-सेक्शन कम से कम हो। इसके साथ ही इसे आधुनिक स्टील्थ फीचर से लैस किया गया है। दुश्मन देश के युद्धपोत या किसी और सिस्टम के रडार से युद्धपोत पर जब तरंगे डाली जाती हैं तो यह बेहद कम तरंगों को वापस भेजता है। इसके चलते इसका पता लगाना मुश्किल होता है। यह खूबी इसे दुश्मन के इलाके में जाकर हमला करने की क्षमता देती है।
महेंद्रगिरि बेहद कम आवाज करते हुए समुद्र में आगे बढ़ता है। इसके चलते पनडुब्बी के सोनार से इसका पता लगाना कठिन होता है। महेंद्रगिरि में MFSTAR रडार लगा है। यह लंबी दूरी तक जहाजों का पता लगा लेता है। यह जहाजों को ट्रैक करने और उसपर हमला करने में भी काम आता है। मिसाइलों से होने वाले हमले से बचने के लिए इस युद्धपोत को बेहद सक्षम एयर डिफेंस सिस्टम से लैस किया गया है।