जम्मू और कश्मीर के अनंतनाग और कुलगाम में सुरक्षाबलों ने आतंकवादी संगठन लश्कर और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े दो आतंकवादियों को एनकाउंटर में मार गिराया है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में धारा 370(Article 370) हटने के बाद से आतंकवादी(Jammu and Kashmir terrorism) बुरी तरह से बौखलाए हुए हैं।
श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर में धारा 370(Article 370) हटने के बाद से आतंकवादी(Jammu and Kashmir terrorism) बुरी तरह से बौखलाए हुए हैं। उनके सफाए के लिए सुरक्षाबल भी लगातार अभियान छेड़े हुए हैं। इस बीच शनिवार को सुरक्षाबलों ने दक्षिण कश्मीर के दो जिलों-अनंतनाग और कुलगाम में आतंकवादी संगठन लश्कर और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े दो दहशतगर्दों को को एनकाउंटर में मार गिराया। IGP कश्मीर विजय कुमार के अनुसार, कुलगाम में हुए एनकाउंटर में आतंकी संगठन ‘लश्कर-ए-तैयबा’का एक स्थानीय आतंकवादी मारा गया। वहीं, सेना के जवानों ने अनंतनाग में लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर निसार को मार गिराया।सेना की उत्तरी कमान के अनुसार, इस समय जम्मू-कश्मीर में 156 आतंकवादी सक्रिय हैं। इनमें 79 स्थानीय, जबकि 77 विदेशी कश्मीर में सक्रिय हैं। वहीं, दो विदेशियों सहित 16 जम्मू क्षेत्र में एक्टिव बताए जाते हैं। माना जा रहा है कि जनवरी से मार्च 2022 तक 15 स्थानीय पुरुष आतंकवादी संगठनों से जुड़े।
इससे पहले गजवत-उल-हिंद व लश्कर के 2 आतंकवादी मारे गए थे
इससे पहले अवंतीपोरा के त्राल इलाके में सुरक्षाबलों ने दो आतंकवादियों को ढेर किया था। ये आतंकवादी अंसार गज़वत-उल-हिंद(Ansar Ghazwat-ul-Hind-AGuH) और लश्कर से जुड़े थे। इन आतंकवादियों ने खानमोह-श्रीनगर में सरपंच समीर अहमद की हत्या की थी।
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जम्मू कश्मीर में निर्दोषों की हत्या
पिछले दिनों केंद्रीय राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने एक लिखित उत्तर में राज्यसभा को बताया था कि 2017 में जम्मू और कश्मीर में अल्पसंख्यक समुदायों के कुल 11 लोग मारे गए, 2018 में 3 हत्याएं हुईं, 2019 में 6, 2020 में 3 और 2021 आतंकवादियों ने 11 निर्दोष लोगों की हत्या की।
उधर,IGP कश्मीर विजय कुमार ने पिछले दिनों खुलासा किया था कि दिसंबर (2021) से मार्च तक लगभग 66 आतंकवादी(अप्रैल में मारे गए आतंकवादियों की संख्या नहीं) मारे गए हैं। ऑपरेशन लगातार जारी है, इसी वजह से वे हताश होकर सॉफ्ट टारगेट को निशाना बना रहे हैं।
लौट रहे कश्मीरी पंडित
जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद से 370 आम नागरिक और 99 सुरक्षा कर्मी मारे गए हैं। 2018 में 417 आतंकवादी हमले हुए थे, 2019 में 255, 2020 में 244 और 2021 में 229 आतंकी हमले हुए। उन्होंने बताया कि जम्मू कश्मीर में 2014 से 2019 तक, पांच साल में कम से कम 177 नागरिक और 406 सुरक्षा कर्मी मारे गए थे। इन सबके बीच यहां 51,000 करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव मिले हैं। यह जानकारी पिछले दिनों गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा में दी। एक प्रश्न के लिखित उत्तर में मंत्री ने बताया कि 2020-2021 में प्रधानमंत्री विकास पैकेज के तहत कुल 841 नियुक्तियां की गईं। 2021-2022 में 1264 नियुक्तियां की गईं। वहीं, 2105 प्रवासी कश्मीर घाटी लौटे हैं।