ISRO का स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट फिर टला, जानें क्या है बड़ी वजह?

Published : Jan 09, 2025, 11:01 AM IST
ISRO का स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट फिर टला, जानें क्या है बड़ी वजह?

सार

स्पेसएक्स मिशन के चेज़र और टारगेट उपग्रहों के बीच की दूरी 500 मीटर से 225 मीटर तक कम करने के निर्देश के दौरान तकनीकी समस्या आई।

बेंगलुरु: अंतरिक्ष में दो उपग्रहों को जोड़ने का इसरो का स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट (स्पेसएक्स) अब और भी देरी से होगा। आज होने वाला स्पेसएक्स परीक्षण तकनीकी खराबी के कारण स्थगित कर दिया गया। यह दूसरी बार है जब इसरो ने स्पेसएक्स डॉकिंग परीक्षण को स्थगित किया है। अंतरिक्ष यान की गति और दिशा को नियंत्रित करने वाले थ्रस्टर्स ने काम करना बंद कर दिया, इसरो इसकी जांच कर रहा है।

इसरो का पहला स्पेस डॉकिंग परीक्षण अब और भी देरी से होगा। आज (09-01-2025) होने वाला स्पेसएक्स कंबाइन करने का प्रयास स्थगित कर दिया गया है, इसकी जानकारी इसरो ने कल रात ही दे दी थी। स्पेसएक्स मिशन के चेज़र और टारगेट उपग्रहों के बीच की दूरी 500 मीटर से 225 मीटर तक कम करने के लिए कल रात दिए गए निर्देश के दौरान तकनीकी समस्या आई। उपग्रहों का एक-दूसरे के करीब आने की गति तय गति से ज़्यादा हो गई, यही समस्या है। अंतरिक्ष यान की गति और दिशा को नियंत्रित करने वाले थ्रस्टर्स ने एक समय के बाद काम करना बंद कर दिया, यही समस्या का कारण बताया जा रहा है। ऐसा क्यों हुआ, इसरो इसकी जांच कर रहा है।

भारतीय समयानुसार आधी रात के 22 मिनट बाद तस्मानिया से मिली तस्वीर के अनुसार, स्पेसएक्स उपग्रहों के बीच की दूरी अब लगभग पाँच किलोमीटर है। डॉकिंग परीक्षण के लिए अगली तारीख इसरो ने अभी तक घोषित नहीं की है। पहले इसरो ने 6 जनवरी को डॉकिंग परीक्षण करने की योजना बनाई थी। तकनीकी कारणों से इसे 9 तारीख तक के लिए स्थगित कर दिया गया था, लेकिन कल रात इसरो को इसे फिर से स्थगित करना पड़ा।

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