क्या आपको पता है कि बिना हॉलमार्किंग वाली ज्वैलरी की जांच का कितना शुल्क लगता है, ये आपके काम की खबर

देश में अनिवार्य हॉलमार्किंग(hallmarking) का सफल कार्यान्वयन जारी है। इसकी शुरुआत के बाद अब लगभग हर दिन 3 लाख सोने की वस्तुओं को एचयूआईडी के साथ हॉलमार्क किया जा रहा है। भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने अब एक आम उपभोक्ता को बीआईएस से मान्यता प्राप्त किसी भी परख और हॉलमार्किंग केंद्रों (एएचसी) में से किसी भी एक केंद्र में अपने बिना पहचान वाले सोने के आभूषणों की शुद्धता की जांच कराने की अनुमति देने का प्रावधान किया है।

नई दिल्ली. देश में अनिवार्य हॉलमार्किंग(hallmarking) का सफल कार्यान्वयन जारी है। इसकी शुरुआत के बाद अब लगभग हर दिन 3 लाख सोने की वस्तुओं को एचयूआईडी के साथ हॉलमार्क किया जा रहा है। भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने अब एक आम उपभोक्ता को बीआईएस से मान्यता प्राप्त किसी भी परख और हॉलमार्किंग केंद्रों (एएचसी) में से किसी भी एक केंद्र में अपने बिना पहचान वाले सोने के आभूषणों की शुद्धता की जांच कराने की अनुमति देने का प्रावधान किया है।

यह भी पढ़ें-No Smoking Day: मुश्किल नहीं, बस इतना आसान है सिगरेट छोड़ना, इस तरह करें माइंड मेकअप

Latest Videos

Hallmarking Center Fee: जानिए कितना लगता है चार्ज
एएचसी प्राथमिकता के आधार पर आम उपभोक्ताओं के स्वर्ण आभूषणों का परीक्षण करेगा और उपभोक्ता को एक जांच रिपोर्ट प्रदान करेगा। उपभोक्ता को जारी की गई यह रिपोर्ट उपभोक्ता को उनके आभूषणों की शुद्धता के बारे में आश्वस्त करेगी और यदि उपभोक्ता अपने पास पड़े आभूषणों को बेचना चाहता है तो यह भी उपयोगी साबित होगी। सोने के आभूषणों में 4 वस्तुओं तक की जांच 200 रुपये तक, 5 या इससे अधिक वस्तुओं के लिए लागत 45 रुपये प्रति आभूषण है।

यह भी पढ़ें-CBSE Term 1 Result: खराब रिजल्ट आने पर भी ना लें टेंशन, आगे बढ़ने के लिए इन 7 चीजों पर करें फोकस

यहां से जानकारी हासिल कर सकते हैं
उपभोक्ता के सोने के आभूषणों के परीक्षण पर विस्तृत दिशा-निर्देश और मान्यता प्राप्त परख एवं हॉलमार्किंग केंद्रों की सूची बीआईएस वेबसाइट www.bis.gov.in के होम पेज के माध्यम से देखी जा सकती है। उपभोक्ता द्वारा खरीदे गए एचयूआईडी नंबर वाले हॉलमार्क वाले सोने के आभूषणों की प्रामाणिकता और शुद्धता को बीआईएस केयर ऐप में 'वेरीफाई एचयूआईडी' का उपयोग करके भी सत्यापित किया जा सकता है, जिसे प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।

यह भी पढ़ें-Holi 2022: होली से पहले अपने स्किन को इस तरह करें पैंपर, रंगों का नहीं पड़ेगा बुरा असर

गोल्ड हॉलमार्किंग क्या है?
गोल्ड पर हॉलमार्किंग धातु की शुद्धता का सबूत है। सरकार की घोषणा से पहले ये प्रक्रिया अनिवार्य नहीं थी। यानी दुकानों पर बिना हॉलमार्किंग वाले गहने भी बेचे जा सकते थे।  भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने यह व्यवस्था तैयार की है। 

हॉलमार्किंग से क्या फायदा? 
सरकार का दावा है कि सोने के गहनों और कलाकृतियों की हॉलमार्किंग से प्रोडक्ट पर भरोसा बढ़ेगा। 

यह सुनिश्चित करेगा कि सोने के गहने खरीदते समय उपभोक्ताओं को धोखा न मिले।

सरकार ने यह भी कहा कि अनिवार्य हॉलमार्किंग से भारत को दुनिया में एक प्रमुख गोल्ड मार्कर सेंटर बनने में मदद मिलेगी।

Share this article
click me!

Latest Videos

ममता की अद्भुत मिसाल! बछड़े को बचाने के लिए कार के सामने खड़ी हुई गाय #Shorts
ठिकाने आई Bangladesh की अक्ल! यूनुस सरकार ने India के सामने फैलाए हाथ । Narendra Modi
Hanuman Ashtami: कब है हनुमान अष्टमी? 9 छोटे-छोटे मंत्र जो दूर कर देंगे बड़ी परेशानी
Delhi Election 2025 से पहले Kejriwal ने दिया BJP की साजिश का एक और सबूत #Shorts
पहले गई सीरिया की सत्ता, अब पत्नी छोड़ रही Bashar Al Assad का साथ, जानें क्यों है नाराज । Syria News