जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के धर्मसाल के बाजीमल इलाके में आतंकियों और सुरक्षा बलों के जवानों के बीच मुठभेड़ हो रही है। दो अधिकारी समेत चार जवानों की मौत हुई है।
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के राजौरी में बुधवार को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सुरक्ष बलों के दो अधिकारियों समेत चार जवानों की मौत हुई है। मुठभेड़ जारी है। इलाके में स्पेशल फोर्सेज सहित सैनिकों को तैनात किया गया है। 16 कोर कमांडर और राष्ट्रीय राइफल्स के रोमियो फोर्स कमांडर ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं।
अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार दो आतंकी को सुरक्षा बलों ने घेर रखा है। सुरक्षाबलों को आतंकियों की मौजूदगी के बारे में गुप्त जानकारी मिली थी। इसके बाद तलाशी अभियान शुरू किया गया। इसी दौरान धर्मसाल के बाजीमल इलाके में सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों के साथ आतंकियों की मुठभेड़ शुरू हो गई। अधिकारियों ने बताया कि गोलीबारी में दो अधिकारी और दो जवान की जान चली गई।
कैप्टन रैंक के अधिकारी की हुई मौत
रिपोर्ट के अनुसार सेना के जिन दो अधिकारियों की मौत हुई है वे कैप्टन रैंक के थे। इसके साथ ही सेना के दो जवान की मौत हुई है। राजौरी-पुंछ के डीआईजी रान्हे हसीब मुगल ने कहा कि आतंकवादियों की मौजूदगी की विशेष जानकारी के बाद पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के संयुक्त अभियान समूह ने इलाके में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया था। जैसे ही टीम संदिग्ध इलाके की ओर पहुंची छिपे हुए आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी कर दी। गोलीबारी में सामने से नेतृत्व कर रहे सेना के अधिकारी को गोली लगी। बाद में उनकी मौत हो गई।
आतंकियों का हॉटस्पॉट बने हुए हैं पुंछ और राजौरी
दरअसल, पहले पुंछ और राजौरी जिले को आतंकी घटनाओं को लेकर शांतिपूर्ण माना जाता था, लेकिन पिछले कुछ समय से दोनों जिले आतंकियों का हॉटस्पॉट बने हुए हैं। दोनों जिलों में पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों के आतंकियों के साथ सेना और पुलिस के जवानों की कई बार मुठभेड़ हुई है। मुठभेड़ में कई आतंकी मारे गए हैं। वहीं, पुलिस और सेना को भी नुकसान उठाना पड़ा है।
जम्मू-कश्मीर, विशेषकर पुंछ और राजौरी के सीमावर्ती जिलों में शांति को बाधित करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। सुरक्षा बलों ने आतंकियों के हर प्रयास को विफल कर दिया है। पिछले हफ्ते राजौरी के उरी, कुलगाम और बुद्धल इलाके में घुसपैठ और काउंटर टेरर ऑपरेशन में आठ आतंकवादी मारे गए थे।