केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir Terrorism) में हो रहे आतंकी हमलों को लेकर राज्यसभा में कहा कि आतंकी या तो जेल जाएंगे या जहन्नुम।
नई दिल्ली। राज्यसभा में कार्यवाही के दौरान जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ समय में आतंकी हमले (Jammu and Kashmir Terrorist Attacks) बढ़ने को लेकर सवाल किया गया। बुधवार को केंद्र सरकार की ओर से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय (Nityanand Rai) ने जवाब देते हुए आतंकियों को साफ संदेश दिया कि उन्हें जेल या जहन्नुम जाना होगा।
नित्यानंद राय ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार आतंकियों को लेकर जीरो टॉलरेंस (Zero Tolerance for Terrorism) की नीति पर चल रही है। जम्मू कश्मीर में जो आतंकी सक्रिय हैं वे या तो जेल जाएंगे या जहन्नुम भेज दिए जाएंगे।
आतंक से मुक्त होगा जम्मू कश्मीर
नित्यानंद राय कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी द्वारा पूछे गए पूरक प्रश्न का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर को आतंक से मुक्त किया जाएगा। दरअसल, पिछले कुछ समय में इस केंद्र शासित प्रदेश में आतंकी गतिविधियां बढ़ी हैं। खासकर जम्मू क्षेत्र में अधिक आतंकी हमले हुए हैं।
अपने मंसूबों में कामयाब नहीं होंगे आतंकवादी
मंत्री ने कहा, "वे (आतंकवादी) अपने मंसूबों में कामयाब नहीं होंगे।" उन्होंने सदन को बताया कि पिछले कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर में 28 आतंकियों को मारा गया है। सुरक्षा बलों के कुछ जवानों की भी जान गई है। 2019 में आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से सुरक्षा बलों ने यहां करीब 900 आतंकियों का सफाया किया है।
नित्यानंद ने कहा, "मोदी सरकार आतंकवाद को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करती। हम आतंकवाद को खत्म करेंगे। वे (आतंकवादी) या तो जेल में होंगे या जहन्नुम में...। मैं सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं।"
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2004 से 2014 तक जम्मू-कश्मीर में हुईं 7,217 आतंकी घटनाएं
नित्यानंद ने बताया कि UPA सरकार के समय 2004 से 2014 तक जम्मू-कश्मीर में 7,217 आतंकी घटनाएं हुईं। 2014 के बाद से यह संख्या घटकर 2,259 हो गई है। 2004 से 2014 तक 2,829 नागरिकों और सुरक्षा बलों के जवानों की मौत आतंकी हमलों के चलते हुई। 2014 के बाद से आतंकी घटनाओं में 67% कमी आई है। जम्मू और कश्मीर के लोग अब शांतिपूर्ण वातावरण में जी रहे हैं।
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