कश्मीर (Kashmir Police) के एक पुलिस अधिकारी के अनुसार दक्षिण कश्मीर के किलबल में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया।
शोपियां। आतंक के खिलाफ शनिवार को सुरक्षा बलों को एक और सफलता हाथ लगी। कश्मीर के शोपियां जिले (Shopian district) में सुरक्षा बलों ने एनकाउंटर (Kilbal encounter) में दो आतंकवादियों को मार गिराया है। यह एनकाउंटर शोपियां के किलबल क्षेत्र में हुआ। कश्मीर पुलिस के मुताबिक मारे गए आतंकियों की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस के अनुसार मारे गए दोनों लश्कर-ए-तैयबा के शेडो ग्रुप द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) के सदस्य थे। एनकाउंटर वाली जगह से हथियार और गोला-बारूद मिले हैं।
सूचना के आधार पर की गई घेराबंदी
कश्मीर (Kashmir Police) के एक पुलिस अधिकारी के अनुसार दक्षिण कश्मीर के किलबल में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया। जवान इलाके में तलाशी ले रहे थे तो आतंकवादियों ने उन पर गोलियां चला दीं। जवाबी कार्रवाई में दो आतंकवादी मारे गए। दोनों लश्कर-ए-तैयबा के शेडो ग्रुप द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) के सदस्य थे। एनकाउंटर वाली जगह से हथियार और गोला-बारूद मिले हैं।
22 दिनों में मारे गए 17 आतंकवादी
पिछले 22 दिनों में, घाटी में एक दर्जन से अधिक मुठभेड़ों में 17 आतंकवादी मारे जा चुके हैं। नए साल की शुरुआत सुरक्षा बलों द्वारा आतंकवादियों के खिलाफ अपने अभियान को तेज करने के साथ की गई है। बता दें कि आतंकवाद विरोधी अभियानों में स्थानीय समर्थन को महत्वपूर्ण माना जाता है और पिछले वर्ष में आतंकवादी गतिविधियों में कमी आई है।
शुक्रवार को सिक्योरिटी फोर्सेस के कोर ग्रुप (Core group of security forces) की मीटिंग हुई। मीटिंग में सेना (Army) और अर्धसैनिक बलों (Para Military forces) के वरिष्ठ अधिकारियों (Senior Officers) के अलावा सेना की 15वीं कोर के कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे और जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह (DGP Dilbagh Singh) ने भाग लिया। कोर ग्रुप ने एक बयान में कहा कि भारत और पाकिस्तानी सेना के बीच नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम से सीमा पर सुरक्षा स्थिति में सुधार हुआ है। पाकिस्तान से आतंकियों की घुसपैठ में कमी आई है। हालांकि, सुरक्षा बलों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। खुफिया सूचना है कि नियंत्रण रेखा के पार आतंकवादी लॉन्च पैड अभी भी सक्रिय हैं।
यह भी पढ़ें:
आतंक का आका Pakistan कर रहा भारत के खिलाफ बड़ी साजिश, ड्रग तस्करों का इस्तेमाल कर भेज रहा IED