न्यूज पोर्टल न्यूजक्लिक को चीन से होने वाली फंडिंग के मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने छापेमारी की है। न्यूजक्लिक से जुड़े पत्रकारों के घर स्पेशल पुलिस ने तलाशी अभियान चलाया है।
NewsClick Funding Row. न्यूज पोर्टल न्यूजक्लिक को चीन से होने वाली फंडिंग के मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने छापेमारी की है। न्यूजक्लिक से जुड़े पत्रकारों के घर स्पेशल पुलिस ने तलाशी अभियान चलाया है।
यूएपीए को तहत दिल्ली पुलिस की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस ने न्यूजक्लिक के खिलाफ आतंकवाद विरोधी कानून गैरकानूनी गतिविधियां अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया है। इसी आधार पर न्यूज पोर्टल से जुड़े कई पत्रकारों के घरों की तलाशी ली गई। यह उन आरोपों के बाद किया जा रहा है जिसमें कहा गया है कि न्यूज पोर्टल को चीन से फंडिंग मिली थी। यह तलाशी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल अधिकारियों द्वारा की गई। जानकारी के अनुसार अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। वहीं सूत्रों की मानें तो कुछ पत्रकारों को पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशनों ले जाया गया है।
पुलिस शेयर करेगी छापेमारी की जानकारी
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने न्यूज पोर्टल के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी फंडिंग की जांच की थी। केंद्रीय एजेंसी ने न्यूज पोर्टल से जुड़ी कुछ संपत्तियां भी जब्त की हैं। हालांकि यह क्लियर नहीं हुआ है कि क्या दिल्ली पुलिस ने कोई नया मामला दर्ज किया है, जिसके तहत आज की तलाशी ली जा रही है। वहीं पुलिस सूत्रों का कहना है कि तलाशी के बारे में अधिक जानकारी बाद में शेयर की जाएगी।
क्या है चाइनीज फंडिंग का पूरा मामला
अगस्त 2023 में न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर में यह आरोप लगाया गया कि न्यूजक्लिक उन संगठनों में से एक है, जिन्हें अमेरिकी करोड़पति नेविल रॉय से जुड़े नेटवर्क द्वारा पैसा दिया गया। नेविल रॉय चीनी प्रचार को बढ़ावा देता है। न्यूज पोर्टल और इसके फंडिंग के स्रोत 2021 में जांच के दायरे में आए थे, तब दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने इसके खिलाफ मामला दर्ज किया था। प्रवर्तन निदेशालय का मामला इसी मामले पर आधारित था। दिल्ली हाईकोर्ट ने न्यूज क्लिक प्रमोटरों को गिरफ्तारी से सुरक्षा दी थी और मामला अभी कोर्ट में है।
क्या कहते हैं न्यूज क्लिक संपादक
न्यूज क्लिक के संपादक प्रबीर पुरकायस्थ ने न्यूज पोर्टल के खिलाफ कार्रवाई पर हमला बोला है। कहा कि विभिन्न एजेंसियों द्वारा ये जांच और चुनिंदा आरोप लगाए जा रहे हैं। यह कदम न्यूज क्लिक की स्वतंत्र पत्रकारिता को दबाने का प्रयास है। अगस्त में न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के बाद पुरकायस्थ ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया था कि ये नए आरोप नहीं हैं। वे पहले भी लगाए गए हैं। हम उचित मंच यानी कोर्ट में उनका जवाब देंगे क्योंकि मामला विचाराधीन है।
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