
K Kavitha: पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में बीआरएस से निलंबित के. कविता ने आज हैदराबाद में पार्टी और एमएलसी का पद छोड़ने का एलान किया। उन्होंने कहा, “मुझे किसी पद की लालसा नहीं है। मैं बीआरएस से इस्तीफा दे रही हूं और इसे विधान परिषद के स्पीकर को सौंप दूंगी।” इस्तीफा देते हुए उन्होंने अपने पिता से कहा कि वे अपने सलाहकारों की मंशा और काबिलियत पर दोबारा सोचें। कविता ने आरोप लगाया कि पार्टी के कुछ लोग अपने राजनीतिक और आर्थिक फायदे के लिए बीआरएस परिवार को तोड़ने की साजिश कर रहे थे और उन्होंने इसे अंजाम भी दिया गया।
तेलंगाना एमएलसी के. कविता ने आज पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उन्होंने पिछले साल अगस्त में दिल्ली की तिहाड़ जेल से रिहा होने के बाद कड़ी मेहनत की थी। बता दें कि उन्हें शराब नीति घोटाले मामले में गिरफ्तार किया था। कविता ने कहा कि उन्हें समझ नहीं आता कि उनकी गतिविधियों को पार्टी विरोधी कैसे कहा जा सकता है। कविता ने बताया, "मैंने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और पिछड़ी जातियों के लिए आरक्षण जैसी पहल में काम किया। इसके अलावा कांग्रेस के खिलाफ कई और काम में भी हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि मैं बीआरएस का झंडा लेकर काम कर रही थी। मुझे समझ नहीं आता कि ये पार्टी विरोधी'गतिविधियां कैसे बन गईं।"
इस दौरान के. कविता ने अपने भाई केटी रामाराव को चेतावनी दी और कहा कि उन्हें कुछ लोगों से सावधान रहना चाहिए क्योंकि उनके चचेरे भाई हमेशा शुभचिंतक नहीं हैं। साथ ही उन्होंने पार्टी प्रमुख और अपने पिता के. चंद्रशेखर राव से भी अपील की कि वे पार्टी के अंदर हो रही गतिविधियों पर नजर रखें। इसके अलावा कविता ने कहा, हरीश राव और संतोष राव हमारे परिवार को तोड़ना चाहते हैं। तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने पार्टी के गद्दारों के साथ मिलकर जिस तरह से बीआरएस को तोड़ने की साजिश की है, तेलंगाना के लोग उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे."
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