Exclusive : ममता सरकार तुष्टीकरण की राजनीति कर रहीं, लोगों में उनके खिलाफ नफरत: कैलाश विजयवर्गीय

 पश्चिम बंगाल में 2021 में विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले राज्य में राजनीति हिंसा तेज हो गई है। हावड़ा में भाजपा की रैली के दौरान सिख युवक बलविंदर सिंह के साथ पुलिस की बर्बरता का वीडियो वायरल हो रहा है। ऐसे में भाजपा ने एक बार फिर बंगाल की ममता सरकार पर तुष्टीकरण और राजनीतिक हिंसा का आरोप लगाया है।

Asianet News Hindi | Published : Oct 10, 2020 3:14 PM IST / Updated: Oct 10 2020, 08:49 PM IST

कोलकाता. पश्चिम बंगाल में 2021 में विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले राज्य में राजनीति हिंसा तेज हो गई है। हावड़ा में भाजपा की रैली के दौरान सिख युवक बलविंदर सिंह के साथ पुलिस की बर्बरता का वीडियो वायरल हो रहा है। ऐसे में भाजपा ने एक बार फिर बंगाल की ममता सरकार पर तुष्टीकरण और राजनीतिक हिंसा का आरोप लगाया है। एशियानेट हिंदी  (hindi.asianetnews.com) ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय से खास बातचीत की। इस दौरान कैलाश विजयवर्गीय ने ममता सरकार की विफलता, भाजपा की आगे की रणनीति, बिहार विधानसभा चुनाव और मध्यप्रदेश उपचुनाव समेत तमाम मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी।

सवाल- बंगाल में भाजपा सरकार बनाने के लिए आप काफी समय से सक्रिय हैं, क्या सरकार बनेगी?
कैलाश विजयवर्गीय- हां शत प्रतिशत सरकार बनेगी। दो तिहाई से सरकार बनेगी। 

सवाल - क्या ममता सरकार तुष्टीकरण की नीति अपना रही है?
कैलाश विजयवर्गीय- ममता जी यही गलती कर रही हैं। तुष्टीकरण के लिए ममता के प्रति लोगों में आक्रोश है। इसलिए लोगों में ममता जी के खिलाफ नफरत हो गई है। इसी बौखलाहट में उन्होंने हिंसा की राजनीति शुरू कर दी है। 

सवाल- क्या सीपीआई और कांग्रेस भी प्रतिद्वंदी है?
कैलाश विजयवर्गीय- नहीं, दोनों के वोटों का प्रतिशत सिर्फ 8-9% है। हमारी लड़ाई सीधे तौर पर तृणमूल कांग्रेस से है। भाजपा और टीएमसी के वोट प्रतिशत में 2-3% का अंतर है। इसी को कवर करना है और हमारी सरकार बन जाएगी। 

सवाल- भाजपा का विरोध प्रदर्शन क्या जारी रहेगा? क्या बंगाल में सब कुछ ठीक नहीं है? जो सिख युवक के साथ हुआ, उस पर क्या कहेंगे? 
कैलाश विजयवर्गीय- बंगाल में सिर्फ 30% लोगों की सरकार है। ममता सरकार सिर्फ 30% वोट बैंक की चिंता करती है। इसलिए उनके खिलाफ जनआक्रोश भी है। सिख समुदाय भी उन्हीं 70% लोगों में है। इसलिए उनके अपमान की भी चिंता नहीं है। इस मामले में सरकार को माफी मांगनी चाहिए। 

सवाल- बंगाल में क्या मुद्दे हैं?
कैलाश विजयवर्गीय- गरीबी, बेरोजगारी, किसानों को उत्पादन का मूल्य नहीं मिलता, तुष्टीकरण की नीति है, हिंसा की राजनीति है। इस सब चीजों को जनता भुगत रही है। इसलिए जनता चाह रही है कि ऐसी सरकार आए, जो साफ सुधरी हो, निष्पक्ष हो, जो सभी के लिए काम करे। जहां तुष्टीकरण ना हो। सबका साथ सबका विश्वास हो। लोगों को लगता है कि मोदीजी के नेतृत्व में ही ऐसी सरकार बन सकती है। इसलिए लोगों में भाजपा और मोदी जी में विश्वास बढ़ा है। 

सवाल- विरोध के दौरान अरविंद मेनन के साथ जो हुआ, पुलिस बर्बरता दिखा रही है, ऐसे में क्या भाजपा डर गई है, या अपनी रणनीति में बदलाव करेगी?
कैलाश विजयवर्गीय- नहीं, हम डरने वाले लोग नहीं है। हम टूटने वाले और भागने वाले नहीं हैं। हम डटे रहने वाले लोग हैं। हम सारी समस्याओं का सामना करेंगे। हमें बलिदान देना पड़ेगा, हम बलिदान देंगे। हमारी जवाबदेही है कि हम सेना के सैनिक तरह डटे रहकर काम करेंगे। बंगाल देश का हिस्सा है, यहां अराजकरता को समाप्त करने के लिए डटे रहेंगे। विकास के लिए जुटे रहेंगे। 

सवाल- बंगाल की सुंदरता के बारे में आपसे जानना चाहते हैं, ताकि लोग बंगाल को जान सकें ?
कैलाश विजयवर्गीय- बंगाल में जैसे जैसे चुनाव आ रहे हैं, वैसे वैसे हिंसा तेज हो रही है। बंगाल में भाजपा का कार्यकर्ता असुरक्षित महसूस कर रहा है। हालांकि, वह साहसी है। वह किसी भी प्रकार के संघर्ष के लिए तैयार है। वह हर तरीके के बलिदान के लिए तैयार है।  सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है जोर कितना बाज़ु-ए-कातिल में है ...इस मानसिकता के साथ हमारे कार्यकर्ता काम कर रहे हैं। यही वजह है कि ममता जी की जमीन खिसक रही है। 

सवाल- क्या ममता सरकार भाजपा को दबाने की कोशिश कर रही है?
कैलाश विजयवर्गीय- हां बंगाल में पहले से ही ऐसा होता रहा है। विपक्ष को कुचला जाता है। सीपीएम सरकार में ऐसा ही हुआ। इसके बाद सीपीएम के साथ हुआ। फिर कांग्रेस को छोटा किया गया। कांग्रेस के लोगों की हत्या की गई। अब भाजपा को दबाने की कोशिश की जा रही है। लेकिन भाजपा के कार्यकर्ता अलग ही मिट्टी के बने हैं। जैसे भाजपा को छोटा करने की कोशिश की गई है, लेकिन भाजपा वैसे वैसे बढ़ रही है। 

सवाल- सिख वाला मामला हुआ, इस पर क्या कहेंगे?
कैलाश विजयवर्गीय- कभी सरकार जानबूझ कर ऐसी गलती करती है। कभी धोखे से गलती हो जाती है। जब गलती धोखे से हो तो सरकार को अपनी गलती मान ली जाती है। उस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। लेकिन उसका बचाव करने से साफ दिखता है कि सरकार एक वर्ग के प्रति जवाबदेही नहीं है। इससे दिखता है कि सरकार अहंकारी है। हमने जो किया ठीक किया, इससे अहंकार प्रकट होता है। अहंकार रावण का भी नहीं रहा, इस सरकार का भी नहीं रहेगा। इस मामले में भाजपा कार्रवाई की मांग कर रही है। 

सवाल- मध्यप्रदेश में आपने कहा था कि कांग्रेस की सरकार 6 महीने नहीं चलेगी, लेकिन वहां डेढ़ साल सरकार चली, तो क्या वहां भाजपा की रणनीति सही नहीं रही?
कैलाश विजयवर्गीय- कभी कभी भूल, चूक, गलतफहमी हो जाती है। गलत सूचना के चलते गलत फैसले हो जाते हैं। हमारी सरकार के कुछ फैसले सही नहीं हुए। इस वजह से सरकार नहीं आई थी। लेकिन अब हमें लगता है कि सरकार मजबूती के साथ सरकार चलाएंगे। 

सवाल- मध्यप्रदेश उप चुनाव में कितनी सीटें जीतेंगे?
कैलाश विजयवर्गीय- अधिकांश सीटें जीतेंगे। मैं भी प्रचार के लिए जाउंगा, हम चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। 

सवाल- राष्ट्रीय राजनीति में आप क्या भूमिका देखते हैं?
कैलाश विजयवर्गीय- जो बॉस ने बोला, वो काम करो। मुझसे कहा गया कि बंगाल चले जाओ। बंगाल आ गया। पार्टी कहेगी, केरल चले जाओ। वहां चला जाउंगा।

सवाल- विधानसभा चुनाव में पिछले कुछ सालों में पार्टी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा, क्या भाजपा ने बिहार में रणनीति बदली है?
कैलाश विजयवर्गीय- हाल ही में हम कोई चुनाव नहीं हारे। इसलिए बिहार में हम हारे थे, नीतीश जी और लालू का गठबंधन टूट गया। हम सरकार में आ गया। इस बार हम नीतीश जी के साथ सरकार बनाएंगे। वहां, विपक्ष की स्थिति ठीक नहीं है। वहां, मोदीजी और नीतीश जी का प्रभाव इतना है कि हम आसानी से सरकार बनाएंगे। वहां, काफी विकास के काम हुए हैं। काफी पूरे होने वाले हैं। 

सवाल- बंगाल में अगला प्लान क्या है?
कैलाश विजयवर्गीय- हम लगातार आंदोलन करेंगे। अभी युवा मोर्चा का आंदोलन था। अब महिला मोर्चा का होगा। दुर्गा पूजा से दिवाली तक राजनीतिक गतिविधियां कम होंगी। इस दौरान हम पार्टी को संगठनात्मक तौर पर मजबूत करेंगे। राजनीतिक कार्यक्रमों में शिथिलता आएगी। 

सुनें पूरा इंटरव्यू...


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