मुस्लिम धर्मगुरु कंथापुरम अबूबकर ने युद्धों से उत्पन्न संघर्ष समाधान के लिए प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान के महत्व पर जोर दिया है। उन्होंने इसे वैश्विक शांति और एकता के लिए आशा की किरण माना है।
कोझिकोड। 9-10 सितंबर को नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया। भारत की अध्यक्षता में आयोजित किए गए इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए विश्व नेता आए। इस सम्मेलन की सफलता के लिए देश-दुनिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ हो रही है।
इसी क्रम में अखिल भारतीय सुन्नी जमीयतुल उलमा (भारतीय मुस्लिम विद्वान संघ) के वर्तमान महासचिव कांथापुरम एपी अबूबकर मुसलियार ने जी20 शिखर सम्मेलन में असाधारण प्रदर्शन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि जी20 सम्मेलन की सफलता से भारत की सिर ऊंचा हुआ है। दुनिया भर के देशों से हमें प्रशंसा मिल रही है।
अबूबकर ने कहा- वैश्विक शांति के लिए आशा की किरण है मोदी का आह्वान
अबूबकर ने युद्धों से उत्पन्न संघर्ष समाधान के लिए प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने इसे वैश्विक शांति और एकता के लिए आशा की किरण माना। अबूबकर ने कहा कि भारत ने बता दिया है कि वैश्विक मंच में उसकी क्या अहमियत है।
नरेंद्र मोदी के प्रस्ताव से वैश्विक शांति को मिलेगा बढ़ावा
अबूबकर ने कहा कि रूस यूक्रेन युद्ध के चलते दुनिया में हुई विश्वास की कमी पर नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन सत्र में ही बात की। इसका सकारात्मक असर पूरे सम्मेलन में दिखा। नरेंद्र मोदी ने जो प्रस्ताव रखे हैं उनमें वैश्विक शांति को बढ़ावा देने की क्षमता है।
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बता दें कि नई दिल्ली में आयोजित 18वें जी20 शिखर सम्मेलन का थीम "वसुधैव कुटुंबकम" था। इस दौरान जलवायु परिवर्तन, आर्थिक प्रगति, ग्लोबल वार्मिंग और मुद्रास्फीति जैसे महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर विश्व नेताओं ने चर्चा की।
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