कर्नाटक विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां बढ़ गई हैं। कांग्रेस पार्टी ने बजरंग दल पर बैन लगाने की बात कहकर चुनाव में और गर्माहट भर दी है। लेकिन चौतरफा विरोध के बाद पार्टी बैकफुट पर आ गई है।
Karnataka Assembly Election. कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक चुनाव के लिए जारी मेनीफेस्टो में बजरंग दल को बैन करने की बात क्या कही, बीजेपी ने इसे मुद्दा बना दिया। पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी हर रैली में बजरंग बली की जय बोलकर कांग्रेस की योजना पर पानी फेर दिया। अब कांग्रेस पार्टी को लगने लगा है कि उनकी यह बात मतदाताओं को रास नहीं आई है। यही कारण है कि कांग्रेस कहने लगी कि बजरंग दल पर बैन की कोई प्लानिंग नहीं है।
कांग्रेस कर रही हनुमान मंदिरों की गणेश परिक्रमा
कांग्रेस पार्टी के कर्नाटक प्रेसीडेंट डीके शिवकुमार ने कहा कि पार्टी सत्ता में आती है तो वे राज्य के आंजनेय (हनुमान) मंदिरों को विकसित करने काम करेगी। शिवकुमार ने यह भी कहा कि हम भगवान हनुमान के नाम पर विशेष योजना भी घोषित करेंगे। यह योजना युवाओं के लिए बनाई जाएगी। मैसूरू के चामुंडेश्वरी मंदिर पहुंचे डीके शिवकुमार ने कहा कि मैसूरू से लेकर बेंगलुरू तक 25 हनुमान मंदिर हैं लेकिन भाजपा ने कभी उनके बारे में नहीं सोचा। कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी इसे चुनावी मुद्दा बना रही है और हम तो अब हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन करेंगे।
कांग्रेस पार्टी नेताओं ने क्या कहा
कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने कहा कि उनकी पार्टी हमेशा से हनुमान भक्त रही है। हां यह अलग बात है कि हम किसी को कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं देते। हम भगवान के नाम पर संगठन बनाने और वोट बैंक की राजनीति करने में विश्वास नहीं करते। हमने यही बात मेनीफेस्टो में भी कही है लेकिन बीजेपी इसे इमोशनल मुद्दा बनाकर लोगों का वोट हासिल करना चाहती है। डीके शिवकुमार ने कहा कि हमें सत्ता मिलती है तो हम आंजनाद्रि डेवलपमेंट बोर्ड का गठन करेंगे।
यह भी पढ़ें