मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने शासनादेश जारी करते हुए कहा कि मंदिरों में मोबाइल फोन के इस्तेमाल से दूसरे भक्तों और कर्मचारियों को परेशानी होती है।
बेंगलुरु: कर्नाटक राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी मंदिरों में मोबाइल फोन इस्तेमाल पर बैन कर दिया है। सरकार ने हिंदू धार्मिक एवं चैरिटेबल विभाग के अंतर्गत आने वाले सभी मंदिरों के लिए यह आदेश जारी किया है। सरकार का यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है।
भक्तों को मोबाइल फोन के इस्तेमाल से होती परेशानी
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने शासनादेश जारी करते हुए कहा कि मंदिरों में मोबाइल फोन के इस्तेमाल से दूसरे भक्तों और कर्मचारियों को परेशानी होती है। शासनादेश में यह कहा गया है कि मंदिर में प्रवेश करने के पहले सभी लोग अपने मोबाइल को बंद कर लें। सरकार के आदेशानुसार, भक्तों के साथ कर्मचारियों को भी मंदिरों के अंदर फोन ले जाने की अनुमति नहीं होगी। अगर वह फोन साथ रखता है तो उसे बंद रखना होगा।
तमिलनाडु में भी इसी तरह का नियम
तमिलनाडु में भी मंदिरों में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर रोक है। राज्य सरकार ने तमिलनाडु सरकार की तर्ज पर कर्नाटक में भी नियम लागू कर दिए हैं।
कर्नाटक मंदिरों के मामले में देश का तीसरा राज्य
कर्नाटक राज्य में 61232 मंदिर हैं। मंदिरों के मामले में कर्नाटक समृद्ध राज्य है। इससे अधिक मंदिर केवल तमिलनाडु और महाराष्ट्र में ही हैं। अगर आबादी की बात करें तो राज्य में 84 प्रतिश आबादी हिंदू समाज की है। जबकि 13 प्रतिशत मुसलमान हैं। बाकी 3 प्रतिशत में क्रिश्चियन सहित अन्य हैं। इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को सत्ता से बेदखल करते हुए प्रचंड बहुमत से सरकार बनाई है। पीएम मोदी के तमाम दौरों और अमित शाह सहित उनके पूरे मंत्रिमंडल व संगठन के डेरा डाले जाने के बाद भी कांग्रेस ने यहां रिकॉर्ड 136 सीटों पर जीत हासिल किया। जबकि हिंदुत्व व बजरंग बली को चुनावी मुद्दा बनाने के बाद भी बीजेपी चूक गई। 224 सीटों में से बीजेपी महज 66 ही जीत सकी।
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