यह सम्मान देशसेवा में अपना सर्वोच्च देने वाले सेना, केंद्रीय आर्म्ड पुलिस फोर्स और स्टेट या यूनियन टेरिटोरियल पुलिस के जवानों व अधिकारियों को दी जाती है।
Bravery Awardees list: देश के वीर सपूतों को गुरुवार को कीर्ति चक्र और शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक सम्मान समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वीरों सपूतों को सम्मानित करते हुए मेडल प्रदान किया। प्रेसिडेंट मुर्मू ने 10 कीर्ति चक्र दिए इसमें सात जवानों को मरणोंपरांत दिया गया। इसी तरह 26 शौर्य चक्र से भी सम्मानित किया गया। शौर्य चक्र से सम्मानित होने वालों में 7 को मरणोंपरांत यह अवार्ड मिला है। यह सम्मान देशसेवा में अपना सर्वोच्च देने वाले सेना, केंद्रीय आर्म्ड पुलिस फोर्स और स्टेट या यूनियन टेरिटोरियल पुलिस के जवानों व अधिकारियों को दी जाती है।
मरणोंपरांत इन वीर जांबाजों को मिला गैलेंट्री अवार्ड
गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में गैलेंट्री अवार्ड पाने वालों में 14 वीर ऐसे थे जिनको मरणोंपरांत यह सम्मान दिया गया। उनके परिजन ने यह अवार्ड स्वीकार किया। मरणोंपरांत गैलेंट्री अवार्ड पाने वालों में जम्मू-कश्मीर पुलिस के कांस्टेबल सफीउल्लाह कादरी, आर्मी के मेजर विकास बांगभू, मेजर मुस्तफा बोहरा, जम्मू-कश्मीर राइफल्स के राइफलमैन कुलभूषण मंता, राजपूताना राइफल्स के हवलदार विवेक सिंह तोमर, असम राइफल्स के राइफलमैन आलोक राव, राष्ट्रीय राइफल्स के कैप्टन एमवी प्रांजल शामिल रहे।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सली हमले के शिकार तीन पुलिसवालों को कीर्ति चक्र
मरणोंपरांत कीर्ति चक्र पाने वालों में छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सली हमले में मारे गए इंस्पेक्टर दिलीप कुमार दास, हेड कांस्टेबल राज कुमार यादव, कांस्टेबल बबलू राभा और शंभू रॉय भी शामिल थे। इनके परिजन ने राष्ट्रपति मुर्मू से कीर्ति चक्र सम्मान प्राप्त किया। 3 अप्रैल 2021 को बीजापुर में एंटी नक्सल ऑपरेशन में इन्होंने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था। इस मुठभेड़ के दौरान केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के आठ सहित 22 सुरक्षाकर्मी मारे गए। इन पर नक्सलियों ने घात लगाकर हमला बोला था।
बिहार में नक्सली हमला के शिकार बिभोर को भी शौर्य चक्र
बिहार के औरंगाबाद में चक्रबंधा जेल में नक्सली हमला में अपना बायां पैर गंवाने के बाद भी एंटी नक्सल ऑपरेशन को सफलता के अंजाम तक पहुंचाने वाले सहायक कमांडेंट बिभोर कुमार सिंह को भी सैन्य पदक से सम्मानित किया गया। 25 फरवरी 2022 को चक्रबंधा जंगल में नक्सलियों द्वारा किए गए एक आईईडी विस्फोट में अपना बायां पैर गंवाने के बावजूद अपने सैनिकों का नेतृत्व जारी रखने और असाधारण बहादुरी का प्रदर्शन किया। सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन के कमांडो बिभोर सिंहको अगले दिन हेलीकॉप्टर से इलाज के लिए ले जाया जा सका।
कांस्टेबल गामित मुकेश कुमार को 19 दिसंबर 2021 को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में एंटी-टेररिस्ट ऑपरेशन के दौरान आतंकवादियों को मार गिराने के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। मुकेश कुमार सीआरपीएफ की विशेष कश्मीर घाटी-आधारित क्विक एक्शन टीम (क्यूएटी) के सदस्य थे।
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