कोलकाता महिला डॉक्टर हत्याकांड में गिरफ्तार आरोपी संजय रॉय का पॉलीग्राफ टेस्ट किया गया, जिसमें उसके दावे झूठे पाए गए। सीबीआई ने मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल समेत सात लोगों के पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए कोर्ट से इजाजत मांगी है।
कोलकाता। कोलकाता के सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (RG Kar Medical College) में 8-9 अगस्त की दरम्यानी रात ड्यूटी कर रही महिला डॉक्टर की हत्या (Kolkata doctor murder case) कर दी गई। उसके साथ रेप भी हुआ। इस मामले में कोलकाता पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी संजय रॉय (Sanjay Roy) का सीबीआई ने पॉलीग्राफ टेस्ट किया है।
मामले की जांच कर रही सीबीआई ने कोलकाता के प्रेसिडेंसी जेल में संजय राय का पॉलीग्राफ टेस्ट (झूठ पकड़ने वाला टेस्ट) किया। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार संजय ने दावा किया कि जब वह हॉस्पिटल के सेमिनार हॉल में पहुंचा तो डॉक्टर पहले ही मर चुकी थी। टेस्ट के दौरान संजय ने कई झूठी बातें कहीं।
संदीप घोष का भी पॉलीग्राफ टेस्ट करना चाहती है सीबीआई
सीबीआई ने मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष सहित सात लोगों के पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए कोर्ट से इजाजत मांगी है। टेस्ट के लिए दिल्ली में सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (CFSL) से एक टीम कोलकाता गई है।
टेस्ट के दौरान संजय "घबराया हुआ और बेचैन" दिखाई दिया। उसने दावा किया कि जब उसने डॉक्टर को देखा तो वह पहले ही मर चुकी थी। पीड़िता को देखने के बाद वह भाग गया।
9 अगस्त की सुबह अर्धनग्न हाल में मिला था शव
बता दें कि अस्पताल के सेमिनार हॉल में 9 अगस्त की सुबह महिला डॉक्टर का शव अर्धनग्न स्थिति में मिला था। उसके साथ कथित तौर पर रेप किया गया फिर हत्या की गई। कलकत्ता हाईकोर्ट ने 13 अगस्त को मामले की जांच कोलकाता पुलिस से सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया था। सीबीआई 14 अगस्त से जांच कर रही है।
कोलकाता पुलिस ने संजय को मामले में मुख्य आरोपी के रूप में 10 अगस्त को गिरफ्तार किया था। सीसीटीवी फुटेज और डॉक्टर के शव के पास मिले ब्लूटूथ डिवाइस के आधार पर उसकी गिरफ्तारी हुई थी। वीडियो में संजय को कॉलेज के सेमिनार हॉल में प्रवेश करते देखा गया था। यहां सुबह करीब 4 बजे शव मिला था।
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