कोलकाता में रेजिडेंट डॉक्टर के रेप और मर्डर मामले में हाईकोर्ट ने केस डायरी तलब की है और आरजी कर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को छुट्टी पर जाने का आदेश दिया है। मेडिकल छात्रों का विरोध जारी है। वे प्रिंसिपल के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
नेशनल न्यूज। कोलकाता रेजिडेंट डॉक्टर के रेप और मर्डर के मामले में हाईकोर्ट भी सख्त हो गई है। कोर्ट ने एक बजे तक इस मामले की केस डायरी तलब की है। इसके साथ ही आरजी कर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल संदीप घोष को इस्तीफा देने का आदेश भी दिया है। इस संबंध में वकील से भी पूछा है कि क्या इस केस के लिए कोई जांच समिति गठित की गई है। यदि नहीं तो कैसे माना जाए कि जांच में किसी प्रकार की कोई धांधली नहीं की जाएगी। वहीं दूसरी ओर डॉक्टरों का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। मेडिकल छात्र-छात्राएं प्रिंसिपल के रेसिगनेशन की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।
राज्य सरकार बताया SIT कर रही जांच
राज्य सरकार की ओर से दलील पेश कर रहे वकील ने कोर्ट को बताया कि इस मामले की पूरी जांच 7 सदस्यीय SIT को दी गई है। इस मामले की निगरानी पुलिस कमिश्नर कर रहे हैं। वारदात के संबंध में सभी संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। घटना स्थल और आसपास के सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला जा रहा है। कमिश्नर का कहना है कि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।
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साथी डॉक्टर्स और मेडिकल स्टूडेंट्स का विरोध तेज
कोलकाता की घटना ने मेडिकल कॉलेज स्टूडेंट्स और डॉक्टरों में आक्रोश भर दिया है। 8 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में रेजिडेंट डॉक्टर का शव मिलने के बाद से हंगामा मच गया है। डॉक्टर के साथ रेप के बाद हत्या की वारदात से नाराज छात्र-छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। रेप और हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है लेकिन प्रदर्शन कर रहे मेडिकल स्टूडेंट्स मामले में प्रिंसिपल के इस्तीफे की मांग को लेकर अंदोलित हैं। उनका यह भी कहना है कि यदि जांच से वे संतुष्ट न हुए तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
कोलकाता में स्वास्थ्य व्यवस्था पटरी से उतरी
कोलकाता में मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की हड़ताल से मरीजों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। दूरदराज से आने वाले मरीज डॉक्टरों के काम पर न लौटने के कारण परेशान हो रहे हैं। सरकारी अस्पताल में सस्ता इलाज होने के बाद भी उन्हें निजी हॉस्पिटल में महंगे खर्च पर भर्ती होना पड़ रहा है।