
कुरनूल: हैदराबाद से एक प्राइवेट बस में सफर कर रहे जयंत कुशवाहा ने शुक्रवार को उस भयानक हादसे की कहानी सुनाई। उन्होंने बताया- जैसे ही उनकी नींद खुली, उन्होंने बस में आग देखी, उन्हें यकीन ही नहीं हुआ। जयंत सुबह करीब 2:30 बजे जागे तो देखा कि बस में आग लगी है और दरवाज़े बंद होने की वजह से वो और बाकी लोग अंदर फंस गए हैं। हम 'आग-आग' चिल्लाए और सबको जगाया। दरवाज़े बंद थे। ड्राइवर भी कहीं नहीं दिख रहे थे। मेन दरवाज़ा बंद था, इसलिए हमने इमरजेंसी खिड़की तोड़ी। हम खिड़की से बाहर कूद गए। कई लोग खिड़कियां तोड़कर बस से बाहर कूदे।"
हादसे के एक और चश्मदीद, अश्विन ने बताया- आग लगने पर करीब 20 लोग बस से बाहर निकलने में कामयाब रहे, लेकिन बाकी लोग नहीं निकल पाए। उन्होंने ही ड्राइवर को खिड़की की तरफ आग लगने के बारे में बताया था।
अश्विन ने बताया, "कल रात हम बेंगलुरु जाने के लिए कुकटपल्ली से बस में चढ़े थे। मैं ड्राइवर की सीट के पीछे बैठा था। लंबे सफर के बाद, सुबह 2:30 से 3:30 के बीच, मैंने खिड़की की तरफ आग देखी और तुरंत ड्राइवर को बताया। बस को फौरन रोक दिया गया। इस बीच, हमने बचने के लिए खिड़कियां तोड़ने की कोशिश की। करीब 20 लोग बस से बाहर निकल गए, लेकिन बाकी लोग नहीं निकल पाए।"
अधिकारियों ने शुक्रवार को पुष्टि की कि आंध्र प्रदेश के कुरनूल में 41 यात्रियों को ले जा रही एक प्राइवेट बस में आग लग गई। यह हादसा बस के नीचे एक बाइक के फंसने और उससे टकराने के बाद हुआ, जिसमें कम से कम 20 यात्रियों की मौत हो गई।
कुरनूल की ज़िला कलेक्टर (DC) ए. सिरी ने बताया- 11 शवों की पहचान हो गई है, जबकि बाकी 9 शवों का अभी पता नहीं चल पाया है। यह घटना शुक्रवार तड़के 3:00 बजे से 3:10 बजे के बीच हुई। डीसी सिरी ने कहा, “बस में दो ड्राइवरों समेत कुल 41 लोग थे। एक बाइक बस के नीचे फंस गई। हादसे के बाद बाइक से पेट्रोल लीक हुआ और उसमें आग लग गई। 41 लोगों में से हमने 21 यात्रियों का पता लगा लिया है। वे सुरक्षित हैं। बस से 11 शव निकाले गए हैं। 21 लोगों को मामूली चोटें आई हैं और उनका इलाज चल रहा है। हादसे के बाद बस के दरवाज़े नहीं खुले। दोनों ड्राइवर आग से बचने में कामयाब रहे। यह घटना देर रात हुई और यात्री सो रहे थे। हादसे के बाद बस के तार कट गए और दरवाज़े नहीं खुले। हम मामले की जांच कर रहे हैं। यात्री हैदराबाद से आ रहे थे, और हम मृतकों के परिवार वालों का पता लगा रहे हैं। हमने मदद के लिए एक कंट्रोल रूम बनाया है।"
एक फायर अधिकारी ने बताया- बस एक बाइक से टकराई, उसे घसीटते हुए ले गई जिससे बाइक का पेट्रोल लीक हो गया और आग लग गई। आग लगने के बाद शीशा तोड़ने के लिए कोई सेफ्टी हैमर नहीं थे। बाइक से टक्कर के बाद बस ड्राइवर ने बस नहीं रोकी। बस के डीज़ल टैंक में आग नहीं लगी, लेकिन बस पूरी तरह से जलकर खाक हो गई।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बस में लगी भीषण आग में कम से कम 20 लोगों की मौत पर दुख जताया। एक्स पर पोस्ट किया, "आंध्र प्रदेश के कुरनूल में एक दुखद बस आग दुर्घटना में लोगों की जान जाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करती हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।"
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंदी संजय कुमार ने कहा- कुरनूल के पास हैदराबाद-बेंगलुरु रूट पर हुई भयानक बस आग की घटना से बहुत दुखी हूं। 20 से ज़्यादा निर्दोष यात्रियों का इस तरह से अपनी जान गंवाना दिल दहला देने वाला है। मेरी प्रार्थनाएं पीड़ितों के परिवारों और घायलों के साथ हैं। कोई भी शब्द उनके दर्द को कम नहीं कर सकता, लेकिन उन्हें बिना किसी देरी के हर संभव मदद मिलनी चाहिए।"
आंध्र के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा- कुरनूल ज़िले के चिन्ना टेकूर गांव के पास हुए विनाशकारी बस आग हादसे के बारे में जानकर मैं स्तब्ध हूं। जिन लोगों ने अपनों को खोया है, उनके परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।