उत्तर प्रदेश के लखीमपुरी खीरी(Lakhimpur Violence) में रविवार को हुई हिंसा पर प्रदर्शन करते सपाइयों के एक वीडियो ने twitter पर अखिलेश को खरी-खरी सुनवा दीं। इसमें प्रदर्शनकारी महिलाएं हंसते हुए दिखाई दीं।
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के लखीमपुरी खीरी में रविवार को हुई हिंसा पर किसान संगठन और सरकार के बीच समझौते के बावजूद Politics गहराई हुई है। उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है, ऐसे में विपक्ष योगी सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते। इस घटनाक्रम के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में 'आजादी@75-नया शहरी भारत: शहरी परिदृश्य में बदलाव' सम्मेलन-सह-प्रदर्शनी का उद्घाटन करने और उत्तर प्रदेश के 75 जिलों के 75,000 लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी (पीएमएवाई-यू) के तहत निर्मित घरों की चाबियां डिजिटल तरीके से सौंपने पहुंचे, तो अखिलेश ने एक tweet किया। इस पर लोगों ने उन्हें Troll कर लिया।
हिंसा के खिलाफ हंसते हुए प्रदर्शन करते दिखे सपा कार्यकर्ता और नेता
अखिलेश ने एक tweet किया। इसमें मोदी के यूपी के दौरे पर सवाल खडे़ किए गए। लिखा गया-'उप्र किसानों की हत्याओं को लेकर शोकाकुल है, ये महोत्सव का समय नहीं है।' इसके बाद लोगों ने कई वीडियो शेयर करके समाजवादी पार्टी पर कई सवाल खड़े कर दिए। इसमें एक वीडियो वो भी है, जिसमें प्रदर्शनकारी हंस रहे हैं।
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पढ़िए लोगों ने अखिलेश के tweet पर किया प्रतिक्रिया दी
#पारिवारिक विकास पर लगी रोक से व्याकुल विपक्षी गिद्धों का लार टपकाते हुए भोजन की तलाश में पहुंचने का केंद्र अब लखीमपुर खीरी है। ऐसे गिद्धों की हिंसक लालची निगाहों से उत्तर प्रदेश को सुरक्षित रखने व इन गिद्धों को अनुशासन का पाठ पढ़ाने हेतु योगी सरकार भी प्रतिबद्ध है।
#सपा, बसपा, कांग्रेस का अब ब्राह्मण प्रेम कहां गया? लखीमपुर में चार ब्राह्मणों को बेरहमी से खालिस्तानियों ने मार डाला? धीरज तिवारी,उमेश शुक्ला, मोनू मिश्रा और शुभम मिश्रा। ये चार भाजपा कार्यकर्ता हैं, जिनको खालिस्तानियों ने कत्ल कर दिया, इनके घर प्रियंका, अखिलेश, माया गए?
#अखिलेश जी..आपको ये भी मालूम होना चाहिए , लाशों पर राजनीति करने का भी ये समय नहीं है। ये समय देश को आगे बढ़ाने का है...70 साल से दबे-कुचले लोगों को आगे की पंक्ति में खड़ा करने की। यह काम सही मायने में पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी के नेतृत्व में हो रहा है।
#लखीमपुर कांड की परतें खुलने लगी हैं। लखीमपुर में खालिस्तानियों के हाथों लिंचिंग का शिकार हुए शुभम मिश्रा के परिवार ने अपनी FIR में अपराधी का नाम 'तेजिंदर सिंह विर्क' लिखवाया है। तेजिंदर सिंह लिंक समाजवादी पार्टी से है और इसी को अखिलेश यादव किसान नेता बता रहे थे। षड्यंत्र यहां है।
#सत्ता से दूर रह पाना आसान नहीं होता। इस सत्ता सुख को भोगने के लिए सपा, कांग्रेस, बीएसपी और आप किसी भी हद तक अपना मानसिक संतुलन खो रहे हैं। जनता सबक सिखाएगी। #लखीमपुर के गिद्ध।
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