बेंगलुरु के AECS लेआउट इलाके में जंगल से आया तेंदुआ घूमता दिखा है। इसके चलते स्थानीय लोग डरे हुए हैं। वन विभाग ने तेंदुआ को मॉनिटर करने और पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू किया है।
बेंगलुरु। भारत की सिलिकॉन वैली कहे जाने वाले शहर बेंगलुरु में इन दिनों एक तेंदुआ के चलते दहशत है। जंगल से भटककर आया तेंदुआ AECS लेआउट इलाके में घूमता दिखा है। इसे दक्षिणपूर्व बेंगलुरु के सिंगसंद्रा के कुडलू गेट के पास लगे एक सीसीटीवी कैमरे में शनिवार को सबसे पहले देखा गया।
वन विभाग ने तेंदुआ पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। एक टीम AECS लेआउट इलाके में कैंप कर रही है। स्थानीय लोगों के अनुसार तेंदुआ AECS लेआउट के एक ब्लॉक के पास देखा गया था। प्रशासन ने इलाके के लोगों को अपने घरों में रहने के लिए कहा है। वन विभाग को संदेह है कि तेंदुआ दिन में AECS लेआउट में मौजूद बड़े कब्रिस्तान में छिप रहा है।
कुत्तों ने किया तेंदुआ का पीछा
बेंगलुरु में आए तेंदुआ का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है। CCTV फुटेज में देखा जा सकता है कि देर रात जब सड़क पर ट्रैफिक न के बराबर है तब एक तेंदुआ टहलता हुआ आता है। कई कुत्ते उसका पीछा कर रहे थे। कुत्तों से परेशान होकर तेंदुआ तेजी से भागता है।
उप वन संरक्षक एन रवींद्र कुमार बोले-घबराने की जरूरत नहीं
बेंगलुरु शहरी के उप वन संरक्षक एन रवींद्र कुमार ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। शनिवार रात को वहां एक टीम भेजी गई थी। रविवार को भी एक टीम तैनात थी। तेंदुआ होने के कोई संकेत नहीं मिले हैं। आमतौर पर परेशान किए जाने पर वे इलाके को छोड़ देते हैं, लेकिन हम लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
गौरतलब है कि भारत में तेंदुओं की संख्या बढ़ रही है। जंगली इलाके कम होने के चलते तेंदुआ कई बार गांव और शहर के करीब के इलाके में चले आते हैं। तेंदुआ खुद को छिपाने में बेहद माहिर होता है और शिकार के लिए रात में निकलता है। इसके चलते कई बार इसके आसपास होने का पता भी नहीं चलता।