लोकसभा चुनाव 2024: ना NDA, ना INDIA, बसपा प्रमुख मायावती ने दिया एकला चलो का नारा

बसपा प्रमुख मायावती (Mayawati) ने ऐलान किया है कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) के लिए न NDA के साथ गठबंधन करेगी और न INDIA के साथ गठजोड़। वह अकेली चुनाव लड़ेगीं।

Vivek Kumar | Published : Aug 30, 2023 5:59 AM IST / Updated: Aug 30 2023, 05:10 PM IST

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) को लेकर विपक्षी दलों के गठबंधन INDIA की आज से मुंबई में बैठक होने वाली है। यह गुरुवार तक चलेगी। इस बीच बहुजन समाज पार्टी (BSP) प्रमुख मयावती ने ऐलान कर दिया है कि उनकी पार्टी न सत्ताधारी गठबंधन NDA के साथ लोकसभा चुनाव में जाएंगे और न विपक्षी मोर्चे INDIA के साथ किसी प्रकार का गठजोड़ करेगी।

मायावती ने ट्वीट किया, "एनडीए व इण्डिया गठबंधन अधिकतर गरीब-विरोधी जातिवादी, साम्प्रदायिक, धन्नासेठ-समर्थक व पूंजीवादी नीतियों वाली पार्टियां हैं। इनकी नीतियों के विरुद्ध बीएसपी अनवरत संघर्षरत है। इसीलिए इनसे गठबंधन करके चुनाव लड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता।"

 

 

मायावती बोलीं उन्हें नहीं करना जोड़तोड़

मायावती ने ट्वीट कर बताया कि बीएसपी विरोधियों के जुगाड़ और जोड़तोड़ में यकीन नहीं करती। उनकी पार्टी समाज के टूटे और बिखरे हुए करोड़ों उपेक्षितों को आपसी भाईचारा के आधार पर जोड़ेगी। बीएसपी उन्हें जोड़कर बने गठबंधन से 2007 की तरह अकेले आगामी लोकसभा और चार राज्यों में विधानसभा का चुनाव लडे़गी।

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मायावती ने कहा कि बीएसपी से गठबंधन के लिए सभी दल आतुर है, लेकिन ऐसा नहीं करने पर विपक्षी दलों द्वारा खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे की तरह भाजपा से मिलीभगत का आरोप लगाया जा रहा है। इनसे मिल जाएं तो सेक्युलर न मिलें तो भाजपाई। यह घोर अनुचित और अंगूर मिल जाए तो ठीक वरना अंगूर खट्टे हैं की कहावत जैसी है।

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गौरतलब है कि NDA और INDIA दोनों द्वारा BSP को अपने साथ लाने की कोशिश की गई है। उत्तर प्रदेश के साथ ही राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी BSP का वोट बैंक है। बसपा ने 2018 में राजस्थान विधानसभा चुनाव में छह सीटें जीती थीं। चुनाव के दौरान पार्टी ने अपना वोट शेयर बढ़ाकर 4 प्रतिशत कर लिया था। 2013 में उसे 3.37 प्रतिशत वोट मिले थे। मध्य प्रदेश में बीएसपी ने 2018 में 5.01 प्रतिशत वोट पाकर दो सीटें जीतीं थी। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में बसपा को 3.87 प्रतिशत वोट मिले और उसे दो सीटों पर जीत मिली थी।

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