सार
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ट्विटर पर जयराम रमेश के कमेंट्स पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने अपने राजनीतिक विरोधियों को जेल में डाल दिया गया था लेकिन आप'आपातकाल' जैसे छोटे मुद्दों को भूल गए।
Rajeev Chandrasekhar slams Congress: केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ट्वीटर पर कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश पर पलटवार किया है। जयराम रमेश ने कर्नाटक में पिछले हफ्ते पीएम मोदी के बेंगलुरू दौरे पर प्रोटोकॉल को लेकर मचे बवाल पर एक पुरानी घटना का जिक्र किया था। जयराम रमेश ने कहा था कि 1983 में एसएलवी-3डी रॉकेट की सफल लांचिंग के दौरान तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एनटी रामाराव को श्रीहरिकोटा इसरो केंद्र में आमंत्रित किया था। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने इस बार प्रोटोकॉल का भी पालन नहीं किया और कर्नाटक के सीएम को आमंत्रित तक नहीं किया।
राजीव चंद्रशेखर ने किया पलटवार
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ट्विटर पर जयराम रमेश के कमेंट्स पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने अपने राजनीतिक विरोधियों को जेल में डाल दिया गया था लेकिन आप'आपातकाल' जैसे छोटे मुद्दों को भूल गए। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए पीएम मोदी को चाय वाला और कब्र में भेजने की बात कही जाती है जबकि आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को ओसामाजी कहा जाता है। केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने टिप्पणी की कि रीब्रांडिंग के जरिए सच्चाई नहीं बदली जा सकती।
जयराम रमेश ने क्या कहा था?
कांग्रेस की मीडिया टीम के इंचार्ज जयराम रमेश ने पुरानी घटना का जिक्र करते हुए बताया कि 1983 में एसएलवी-3डी रॉकेट के सफल प्रक्षेपण के बाद आंध्र प्रदेश राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री एनटी रामाराव को श्रीहरिकोटा इसरो केंद्र में आमंत्रित किया गया था। उन्होंने ट्वीटर पर एक फोटो भी शेयर किया है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी होने के बावजूद 1983 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने एनटीआर को श्रीहरिकोटा आने का निमंत्रण दिया था। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने की 26 तारीख को बेंगलुरु में इसरो वैज्ञानिकों को बधाई देने आए थे तो प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया था।
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