प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के वेल्लोर में रैली के दौरान कहा कि DMK ने भ्रष्टाचार का पहला कॉपीराइट कराया है। पूरी फैमिली लूट में लगी है।
वेल्लोर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को तमिलनाडु के वेल्लोर में रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और द्रमुक पर जमकर हमला बोला। पीएम ने कहा कि कांग्रेस और डीएमके कभी तमिलनाडु के युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा नहीं कर सकते। लोग एनडीए के सकारात्मक कार्यों के समर्थक हैं।
नरेंद्र मोदी ने कहा, "दिल्ली में बैठे लोगों को पता नहीं होगा कि तमिलनाडु के लोग नया इतिहास लिखने जा रहे हैं। बीजेपी और एनडीए को तमिलनाडु में अपार जनसमर्थन मिल रहा है। हमें मिलकर 21वीं सदी में अपने भारत को अपने तमिलनाडु को विकसित बनाना है। बीते 10 वर्षों में एनडीए के केंद्र सरकार ने विकसित भारत का आधार तैयार किया है। 2014 से पहले भारत को कैसी नजर से देखा जाता है। हमारी अर्थव्यवस्था कमजोर थी। सरकार बड़े फैसले नहीं ले पाती थी। सिर्फ घोटालों की खबरें आती थी। कहा जाता था कि भारत की इकोनॉमी कभी भी डूब सकती है।"
उन्होंने कहा, “भ्रष्टाचार पर डीएमके ने पहला कॉपीराइट करवाया हुआ है। पूरी फैमिली मिलकर तमिलनाडु को लूटने का काम कर रही है। अभी खुलासा हुआ है कि बालू तस्करों ने दो साल में तमिलनाडु का 4600 करोड़ रुपए का नुकसान किया है। पूरे तमिलनाडु में लूट का कितना बड़ा खेल चल रहा है। कंद्र सरकार से तमिलनाडू के विकास के लिए हजारों करोड़ भेजते हैं ये पैसा भी डीएमके के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता है।”
ड्रग माफियाओं को किसका संरक्षण मिला हुआ है?
नरेंद्र मोदी ने कहा, "DMK ने तमिलनाडु और देश के भविष्य हमारे छोटे-छोटे बच्चों तक को नहीं छोड़ा है। स्कूल तक ड्रग्स कारोबार के शिकार हो गए हैं। इन ड्रग माफियाओं को किसका संरक्षण हासिल है। एनसीबी जिस ड्रग माफिया को गिरफ्तार किया है उसके संबंध किस परिवार से हैं यह पता चलना ही चाहिए। इस चुनाव में तमिलनाडु की जनता इन सब पापों का हिसाब करेगी।"
उन्होंने कहा, "तमिलनाडु में डीएमके की राजनीति का मुख्य आधार बांटना है। ये पार्टी देश के लोगों को भाषा, क्षेत्र, धर्म और जाति के नाम पर लड़ाती है। डीएमके को पता है जिस दिन लोग बांटो और राज करो की यह नीति समझ गए, एक वोट नहीं मिलेगा। ये लोगों को आपस में लड़ाते हैं। मैंने भी ठान लिया है कि डीएमके की इस दशकों पुरानी खतरनाक पॉलिसी को एक्सपोज करके रहूंगा।"
पीएम मोदी ने कहा, "काशी तमिल संगमम हो, सौराष्ट्र तमिल संगमम हो, मेरा प्रयास होता है कि पूरा देश हमारी महान तमिल संस्कृति को जाने। आज जब मैं वेल्लोर आया हूं तो मैं काशी का सांसद हूं। आप सबको कहता हूं काशी आएं, निमंत्रण देने आया हूं। मैं गुजरात में पैदा हुआ हूं। यहां भी गुजरात के सैकड़ों परिवार रहते हैं। मैं आपको सौराष्ट्र तमिल संगमम के लिए भी एक गुजराती के नाते निमंत्रण देता हूं। मैं संयुक्त राष्ट्र में तमिल भाषा में बोलने का प्रयास करता हूं ताकि पूरी दुनिया को पता चले कि हमारी तमिल विश्व की सबसे प्राचीन भाषा है। मेरे इन प्रयासों के बीच डीएमके की सच्चाई क्या है। मैंने जब संसद में तमिलनाडु के गौरव पवित्र सेंगोल की भारत की संसद में स्थापना कराई तो डीएमके पार्टी ने उसका भी बहिष्कार किया था।"
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कच्चाथीवु द्वीप पर कांग्रेस की बोलती बंद है
मोदी ने कहा, "कांग्रेस और डीएमके पार्टी के एक और पाखंड की चर्चा आज पूरा देश कर रहा है। जब कांग्रेस की सरकार थी तब कई दशक पहले इन लोगों ने कच्चाथीवु द्वीप श्रीलंका को दे दिया। किस कैबिनेट में यह निर्णय हुआ? किसके फायदे के लिए यह फैसला हुआ? इसपर कांग्रेस की बोलती बंद है। बीते वर्षों में उस द्वीप के पास जाने पर तमिलनाडु के हजारों मधुआरे गिरफ्तार हुए हैं। उनकी नाव जब्त की गई हैं। गिरफ्तारी पर कांग्रेस पर डीएमके झूठी हमदर्दी दिखाते हैं, लेकिन ये लोग तमिलनाडु के लोगों को यह सच नहीं बताते की कच्चाथीवु द्वीप उन्होंने श्रीलंका को दे दिया और तमिलनाडु की जनता को अंधेरे में रखा। एनडीए सरकार ऐसे मछुआरों को निरंतर रिहा कराकर वापस ला रही है। इतना ही नहीं, पांच मछुआरों को श्रीलंका ने फांसी की सजा कर दी थी, मैं उनको भी जिंदा वापस लाया था। डीएमके कांग्रेस सिर्फ मछुआरों की नहीं, बल्कि देश की भी गुनहगार है।"
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