मंगलवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने लोकसभा की कार्यवाही को 2 घंटे के लिए स्थगित कर दिया। विपक्षी पार्टियों के सांसदों द्वारा लगातार सदन में नारेबाजी और हंगामा करने पर लोकसभा अध्यक्ष ने यह फैसला लिया। इससे पहले कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों ने मंगलवार सुबह कहा था कि कृषि से जुड़े बिलों पर यदि सरकार ने पुनर्विचार नहीं किया तो वे सभी मिलकर संसद सत्र का बहिष्कार करेंगे।
नई दिल्ली. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही को 2 घंटे के लिए स्थगित कर दिया। विपक्षी पार्टियों के सांसदों द्वारा लगातार सदन में नारेबाजी और हंगामा करने पर लोकसभा अध्यक्ष ने यह फैसला लिया। रविवार को भी राज्यसभा की कार्यवाही को 2 बार आधे - आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया था। इससे पहले कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों ने मंगलवार सुबह कहा था कि कृषि से जुड़े बिलों पर यदि सरकार ने पुनर्विचार नहीं किया तो वे सभी मिलकर संसद सत्र का बहिष्कार करेंगे।
दरअसल रविवार को केंद्र सरकार ने कृषि से जुड़े बिलों को राज्यसभा में ध्वनिमत से पास करा दिया था। इसके बाद से ही विपक्ष संसद के उच्च सदन में हंगामा करने में लगा हुआ है और आज की लोकसभा कार्यवाही में भी उन्होंने यही किया। न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि अगर केंद्र सरकार ने विपक्षी सांसदों के निलंबन को वापिस लेने और कृषि से जुड़े बिलों को लेकर हमारी मांगे नहीं स्वीकार की तो हम सभी विपक्षी दल संसद सत्र का बहिष्कार करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार को कृषि से जुड़ा एक नया बिल लेकर आना चाहिए जिसमें स्वामीनाथन आयोग के फार्मूले के तहत किसानों को एमएसपी की गारंटी दी जाए। इसके साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि सरकारी एजेंसी फूड कार्पोरेशन ऑफ इंडिया (एफसीआई) जैसी संस्थाएं किसानों से एमएसपी से नीचे ही फसलों की खरीदी करे।