Maha Shivratri 2023 पर सद्गुरु के साथ आध्यात्मिक सांस्कृतिक उत्सव: आदियोगी की शरण में रातभर अभिभूत रहे लोग

Maha Shivratri 2023: महाशिवरात्रि पर ईशा फाउंडेशन ने कोयंबटूर में वृहद कार्यक्रम आयोजित किए। शनिवार शाम छह बजे से रविवार सुबह छह बजे आध्यात्मिक सांस्कृतिक उत्सव में मंत्रमुग्ध होकर लाखों लोग आदियोगी की अराधना करते रहे।

Dheerendra Gopal | Published : Feb 19, 2023 2:37 PM IST

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दूसरे दिन सुबह छह बजे तक चली आध्यात्मिक यात्रा

महाशिवरात्रि के अवसर पर ईशा फाउंडेशन के अपने परंपरागत सांस्कृतिक महाशिवरात्रि कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रहीं।  शिवरात्रि की शाम छह बजे से शुरू होकर यह कार्यक्रम अगले दिन सुबह छह बजे समाप्त हुआ। कोयंबटूर में आयोजित इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, तमिलनाडु के राज्यपाल रविंद्र नारायण रवि, आईटी मंत्री थिरु मनो थंगराज भी मौजूद रहे।

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सद्गुरु ने राष्ट्रपति का किया स्वागत

पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ध्यानलिंग में सद्गुरु द्वारा आयोजित पंच भूत क्रिया (पांच तत्वों की शुद्धि) में भाग लिया, जो एक शक्तिशाली और अद्वितीय ऊर्जा रूप है, जिसे मुक्ति के द्वार के रूप में प्रतिष्ठित किया गया है। दुनिया भर में योग के प्रसार के प्रतीक के रूप में राष्ट्रपति ने आदियोगी में महायोग यज्ञ भी किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू नेयोगेश्वर लिंग पर तीर्थम अर्पित किया।

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राष्ट्रपति भी भाव विह्वल हो गईं इस आध्यात्मिक उत्सव में...

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि मैं आज विशेष रूप से धन्य महसूस कर रही हूं। मैं आदियोगी की उपस्थिति में महाशिवरात्रि के पवित्र अवसर पर यहां आकर खुद को धन्य महसूस कर रही हूं। उन्होंने भगवान शिव को "सभी के लिए देवता" और महा शिवरात्रि की रात को "अज्ञानता के अंधकार के अंत" के रूप में चिह्नित किया। सद्गुरु को आधुनिक समय के प्रसिद्ध ऋषि के रूप में संदर्भित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि अनगिनत लोगों, विशेष रूप से भारत और विदेशों के युवाओं ने उनमें आध्यात्मिक प्रगति करने की प्रेरणा पाई है।

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सांस्कृतिक-आध्यात्मिक उत्सव में रातभर मंत्रमुग्ध रहे लोग

राम मिर्याला ने अपनी संगीत से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। विभिन्न कलाकारों ने अपने आध्यात्मिक संगीत से लोगों को झूमाया।

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सद्गुरु भी खो गए इस उत्सव में...

सद्गुरु ने 'ॐ नमः शिवाय' के महत्व को समझाते हुए कहा: "यह ध्वनियों की एक शानदार जियोमेट्री है। यदि कोई इसका उपयोग करना सीखता है तो यह आपको उन सभी चीजों से अलग कर देगा जो आपको जीवन में बांधे रखती हैं। यह आंतरिक विकास की ओर सीधा रास्ता है जो एक आनंदित अस्तित्व की ओर ले जाता है ताकि आपके अनुभव में जीवन की प्रक्रिया कभी भी बोझिल न हो। इस कार्यक्रम में सद्गुरु द्वारा निर्देशित ध्यान सेशन्स के साथ-साथ एक प्रश्न और उत्तर का दौर भी हुआ। 
 

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महाशिवरात्रि कार्यक्रम में रात भर रंगारंग कार्यक्रम हुआ

देश के विभिन्न हिस्सों के प्रसिद्ध कलाकारों जैसे राजस्थानी लोक गायक मामे खान, पुरस्कार विजेता सितार वादक नीलाद्रि कुमार, गायक राम मिरियाला, पार्श्व गायक वेलमुरुगन, मंगली, कुटले खान और बंगाली लोक गायिका अनन्या चक्रवर्ती ने आध्यात्मिक कार्यक्रम के दौरान प्रस्तुति दी।
 

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