महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नतीजों को आए 10 दिन हो गए हैं, लेकिन मुख्यमंत्री को लेकर फंसे पेंच के चलते अभी भी भाजपा-शिवसेना गठबंधन ने सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया।
मुंबई. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नतीजों को आए 10 दिन हो गए हैं, लेकिन मुख्यमंत्री को लेकर फंसे पेंच के चलते अभी भी भाजपा-शिवसेना गठबंधन ने सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया। हालांकि, अब दोनों पार्टियां नरम होती नजर आ रही हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को राज्य के मंत्रिमंडल में 50-50 का ऑफर दिया है।
सूत्रों के मुताबिक, फडणवीस के नए ऑफर को देखते हुए शिवसेना भी नरम होती नजर आ रही है। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री को लेकर अड़ियल शिवसेना इस मांग को लेकर अपना रुख बदल सकती है।
मुख्यमंत्री पद नहीं तो क्या?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उद्धव ने पीएम मोदी के मंत्रिमंडल में एक केंद्रीय मंत्री और एक केंद्रीय राज्य मंत्री का पद मांगा है। साथ ही महाराष्ट्र में अन्य निकायों में बराबर का हिस्सा मांगा है।
शुक्रवार रात हुई बातचीत
दोनों पार्टियों के बीच यह बातचीत शुक्रवार रात हुई। फडणवीस ने अपने एक भरोसेमंद को उद्धव ठाकरे के घर भेजा था, जहां दोनों पार्टियों के गठबंधन को लेकर ये बातचीत हुई। उद्धव भी इन मांगों पर आगे बढ़ने को लेकर फडणवीस से मुलाकात करना चाहते हैं। यह बातचीत एक या दो दिन में हो सकती है।
50-50 फॉर्मूले पर अड़ी शिवसेना
विधानसभा चुनाव में 288 वाले महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना ने मिलकर चुनाव लड़ा था। भाजपा को 105 और शिवसेना को 56 सीटें मिलीं। शिवसेना 50-50 फॉर्मूले के आधार पर भाजपा को समर्थन देना चाहती है। शिवसेना का कहना है कि पहले ढाई साल शिवसेना का मुख्यमंत्री होना चाहिए। मंत्रिमंडल में आधे मंत्री शिवसेना के होने चाहिए। लेकिन अब शायद नए फॉर्मूले पर दोनों पार्टियों का गठबंधन हो जाए।
बारिश प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंचे फडणवीस-उद्धव
सरकार गठन को लेकर जारी गतिरोध के बीच फडणवीस और उद्धव ठाकरे राज्य में उन क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं, जहां बेमौसम बारिश के कारण फसल नष्ट हुई हैं। फडणवीस ने रविवार को अकोला में किसानों से मुलाकात की और नष्ट फसलों का मुआयना किया। वहीं, ठाकरे रविवार को औरंगाबाद जिले में पहुंचे जहां कन्नड़ और वैजापुर तालुका में फसलों को काफी नुकसान हुआ है।