भारत में कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने वैक्सीनेशन में तेजी कर दी है। अब तक देश में 8.4 करोड़ वैक्सीन की डोज लग चुकी हैं। हालांकि, इसी बीच वैक्सीन को लेकर सियासत शुरू हो गई है। दरअसल, महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने दावा किया है कि राज्य में वैक्सीन की कमी है और लोगों को वापस भेजना पड़ रहा है।
नई दिल्ली. भारत में कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने वैक्सीनेशन में तेजी कर दी है। अब तक देश में 8.4 करोड़ वैक्सीन की डोज लग चुकी हैं। हालांकि, इसी बीच वैक्सीन को लेकर सियासत शुरू हो गई है। दरअसल, महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने दावा किया है कि राज्य में वैक्सीन की कमी है और लोगों को वापस भेजना पड़ रहा है।
क्या है दावा?
राजेश टोपे ने कहा, हमारे कई वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सीन नहीं है। हमें वैक्सीन की कमी के चलते लोगों को वापस भेजना पड़ रहा है। इतना ही नहीं उन्होंने मांग की कि 20-45 साल के लोगों को भी वैक्सीनेशन की अनुमति दी जाए।
वहीं, मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा, कोवैक्सीन और कोविशील्ड की कमी है। 2-3 दिन में दूसरी डोज वालों को भी देना मुश्किल हो जाएगा। कल 1.76 लाख डोज थी जो अब और कम हुई होगी। केंद्र सरकार को मुंबई और महाराष्ट्र पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए।
क्या है सच्चाई?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, महाराष्ट्र में अब तक वैक्सीन की 1,06,19,190 डोज भेजी गईं। वहीं, 7,43,280 पाइपलाइन में हैं, अभी तक 90,53,523 डोज का इस्तेमाल हुआ। यानी राज्य में करीब 16 लाख से ज्यादा डोज रिजर्व हैं।
महाराष्ट्र में तेजी से बढ़ रहा कोरोना
महाराष्ट्र देश का सबसे संक्रमित राज्य है। यहां पिछले 24 घंटे में 55469 नए केस सामने आए। हालांकि, इस दौरान 34256 मरीज ठीक हुए। जबकि 297 लोगों की मौत हुई। महाराष्ट्र में अब तक 31.13 लाख केस सामने आ चुके हैं। वहीं, 25.83 मरीज ठीक हो चुके हैं। 56330 लोगों की मौत कोरोना से हुई है। जबकि 4.72 लाख लोगों का इलाज चल रहा है।