आदियोगी प्रतिमा के समक्ष महाशिवरात्रि उत्सव, 170 देशों के लोग रातभर गीत-संगीत संग शिवशंभू की भक्ति में रहे लीन

ईशा योग केंद्र महाशिवरात्रि प्रोग्राम को सद्गुरु के यूट्यूब चैनल पर लाइवस्ट्रीम हो रहा। साथ ही लोग इस वेबसाइट https://isha.sadhguru.org/mahashivratri/live-webstream/ से भी प्रोग्राम से जुड़े हुए हैं। प्रोग्राम अंग्रेजी, तमिल, हिंदी, तेलुगु, कन्नड़, मराठी सहित 16 भाषाओं प्रसारित किया जा रहा। 

कोयम्बटूर। दुनिया की सबसे ऊंची आदियोगी भगवान शंकर की प्रतिमा के सामने महाशिवरात्रि उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। सद्गुरु जग्गी वासुदेव के ईशा योग केंद्र कोयम्बटूर में मनाए जा रहे इस खास कार्यक्रम में दुनिया के 170 देशों के एक करोड़ से अधिक लोग शिरकत कर रहे। मंगलवार शाम छह बजे से प्रारंभ इस कार्यक्रम का समापन सुबह छह बजे किया जाएगा। 

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कई दिग्गजों ने किया परफार्म

ईशा योग केंद्र महाशिवरात्रि प्रोग्राम को सद्गुरु के यूट्यूब चैनल पर लाइवस्ट्रीम हो रहा। साथ ही लोग इस वेबसाइट https://isha.sadhguru.org/mahashivratri/live-webstream/ से भी प्रोग्राम से जुड़े हुए हैं। प्रोग्राम अंग्रेजी, तमिल, हिंदी, तेलुगु, कन्नड़, मराठी सहित 16 भाषाओं प्रसारित किया जा रहा। प्रोग्राम में पेपोन, मास्टर सलीम, हंसराज रघुवंशी, दीपाली सहाय, हिमानी, पृथ्वी गंधर्व, मंगली और शॉन रोल्डन जैसे कलाकार ईशा फाउंडेशन के बैंड साउंड्स ऑफ ईशा के साथ परफॉर्म कर रहे।

भक्तों की एंट्री पर बैन, ऑनलाइन देख सकेंगे प्रोग्राम

महाशिवरात्रि उत्सव में ईशा फाउंडेशन ने भक्तों को बैन कर रखा है। कोरोना महामारी और प्रोटोकॉल के चलते इस बार प्रोग्राम में भक्तों को एंट्री नहीं दी गई है। प्रोग्राम में केवल आमंत्रित सदस्य ही शिरकत कर रहे हैं। हालांकि, ऑनलाइन, टीवी पर, सोशल मीडिया पर इस कार्यक्रम को हर कोई देख सकता है। प्रोग्राम में ऑनलाइन या ऑफलाइन शामिल होने वाले लोगों को प्राण-प्रतिष्ठित रुद्राक्ष भी दिए जाएंगे।

महाशिवरात्रि पर क्यों आयोजित है यह उत्सव

महाशिवरात्रि की रात रीढ़ की हड्डी को सीधी रखते हुए पूरी रात जागते रहना और जागरूक रहना, शारीरिक और आध्यात्मिक जीवन के लिए बहुत फायदेमंद होता है। जो लोग महाशिवरात्रि समारोह में ऑनलाइन या ईशा योग केंद्र में हिस्सा लेंगे, उन्हें प्राण-प्रतिष्ठित रुद्राक्ष नि:शुल्क बांटे जाएंगे। 

आदियोगी प्रतिमा अतुल्य भारत अभियान का हिस्सा

'आदियोगी'  के नाम से बनी शिव की अर्धमूर्ति की ऊंचाई 112.4 फीट है, 24.99 मीटर चौड़ी और 147 फीट लंबी है।आदियोगी ईशा योग केंद्र में स्थित हैं। इसकी ऊंचाई, 112 फीट, मोक्ष (मुक्ति) को प्राप्त करने की 112 संभावनाओं का प्रतीक है, जिसका उल्लेख योगिक संस्कृति में किया गया है। मानव प्रणाली में 112 चक्रों का भी यह प्रतिमा प्रतीक है। योगेश्वर लिंग नामक एक लिंग को प्रतिष्ठित किया गया और प्रतिमा के सामने रखा गया। भारतीय पर्यटन मंत्रालय ने मूर्ति को अपने आधिकारिक अतुल्य भारत अभियान में शामिल किया है। यह एक योगी के रूप में शिव पर एक लाइट एंड साउंड शो का स्थल भी है, जिसका उद्घाटन भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने किया था। 

शिवरात्रि पर हुआ था उद्घाटन

आदियोगी का उद्घाटन 24 फरवरी 2017 को भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने महा शिवरात्रि के अवसर पर किया था। उन्होंने सद्गुरु द्वारा लिखित एक सहयोगी पुस्तक आदियोगी: द सोर्स ऑफ योगा का भी विमोचन किया। 

 

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