महुआ मोइत्रा पर अब लगा गवाहों को प्रभावित करने का आरोप: बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने स्पीकर से कार्रवाई के लिए कहा

बीजेपी सांसद ने कैश फॉर क्वेरी विवाद में टीएमसी सांसद मोइत्रा की तुलना पूर्व सांसद राजा राम पाल से की है। उन्होंने कहा कि पाल गरीब थे जबकि मोइत्रा अमीरों की दोस्त हैं।

Dheerendra Gopal | Published : Oct 28, 2023 10:24 AM IST

Cash for Query Case: महुआ मोइत्रा केस में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने शनिवार को एक नया आरोप लगाया है। संसद में सवाल पूछने के एवज में रिश्वत लेने की कथित आरोपी महुआ मोइत्रा से बीजेपी सांसद ने कार्रवाई करने के लिए स्पीकर से कहा है। दुबे ने कहा कि महुआ गवाहों को प्रभावित करने की कोशिश में लगी हुई हैं और दर्शन हीरानंदानी के संपर्क में हैं।

निशिकांत दुबे ने लगाया आरोप

निशिकांत दुबे ने ट्वीटर पर कहा: जानकारी के मुताबिक, दर्शन हीरानंदानी और दुबई दीदी (सांसद महुआ मोइत्रा) संपर्क में हैं। गवाह को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है। लोकसभा अध्यक्ष कार्रवाई करें।

बीजेपी सांसद ने कैश फॉर क्वेरी विवाद में टीएमसी सांसद मोइत्रा की तुलना पूर्व सांसद राजा राम पाल से की है। उन्होंने कहा कि पाल गरीब थे जबकि मोइत्रा अमीरों की दोस्त हैं। दुबे ने कहा: महुआ जी और राजा राम पाल जी में एक समानता है। पाल जी ने पैसे के बारे में सवाल पूछा था और 2005 में कांग्रेस शासन के दौरान संसद से निष्कासित कर दिया गया था। पाल जी रिलायंस के भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे थे इसलिए उन्हें निष्कासित कर दिया गया।

महुआ मोइत्रा ने मांगा समय और हीरानंदानी से क्रॉस क्वेश्चन करने की इजाजत

उधर, महुआ मोइत्रा ने लोकसभा की एथिक्स कमेटी के सामने पेश होने के लिए और समय मांगा है। संसद की कमेटी ने महुआ मोइत्रा को 31 अक्टूबर को पेश होने के लिए बुलाया था। टीएमसी सांसद ने कथित घोटाले के केंद्र में व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी से भी पूछताछ करने की मांग की है। उन्होंने विनोद सोनकर को लिखे में कहा: यह जरूरी है कि मुझे हीरानंदानी से जिरह करने का अधिकार दिया जाए। यह भी जरूरी है कि वह समिति के सामने पेश हों और कथित तौर पर मुझे दिए गए कथित उपहारों और उपकारों की एक विस्तृत सत्यापित सूची प्रदान करें।

गुरुवार को निशिकांत दुबे और जय अनंत देहाद्राई के बयान दर्ज कराए

लोकसभा की एथिक्स कमेटी ने गुरुवार से जांच शुरू कर दी। पहले दिन आरोप लगाने वाले बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे और वकील जय अनंत देहाद्राई ने अपने बयान दर्ज कराए।

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