कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में आज दिल्ली में नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर विपक्षी दलों की बैठक बुलाई गई। हालांकि, इस बैठक में कई बड़ी पार्टियों ने कांग्रेस की विपक्षी एकता को झटका दिखाते हुए किनारा कर लिया।
नई दिल्ली. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में आज दिल्ली में नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर विपक्षी दलों की बैठक बुलाई गई। हालांकि, इस बैठक में कई बड़ी पार्टियों ने कांग्रेस की विपक्षी एकता को झटका दिखाते हुए किनारा कर लिया। इस बैठक में शिवसेना, आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, डीएमके, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी बैठक में शामिल नहीं हुए।
बैठक से पहले ही ममता ने इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया था। दरअसल, बंगाल में पिछले हफ्ते ट्रेड यूनियन की स्ट्राइक के दौरान लेफ्ट कार्यकर्ताओं को ममता की पार्टी के बीच झड़प की खबरें सामने आईं थीं। ममता ने कहा, पहले मैंने ही विपक्ष को बैठक करने का सुझाव दिया था, लेकिन राज्य में जो हुआ, उसके बाद हम बैठक में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा, सीएए और एनआरसी के नाम पर वामपंथी और कांग्रेस आंदोलन नहीं बर्बरता कर रहे हैं।
सोनिया ने मोदी-शाह पर निशाना साधा
बैठक के बाद सोनिया गांधी ने सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने लोगों को गुमराह किया है। उन्होंने केवल हफ्तों पहले के अपने स्वयं के बयानों का खंडन किया है जो उन्होंने हफ्तों पहले दिया था।
'सरकार संविधान को कमजोर कर रही'
सोनिया गांधी ने कहा, सरकार ने उत्पीड़न का ढीला शासन किया, नफरत फैलाई और हमारे लोगों को सांप्रदायिक आधार पर विभाजित करने की कोशिश की। संविधान को कमजोर किया जा रहा है और शासन के उपकरणों का दुरुपयोग किया जा रहा है।
राहुल ने भी साधा निशाना
विपक्ष की बैठक के बाद राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा, युवाओं की समस्याओं को सुलझाने की जगह नरेंद्र मोदी देश का ध्यान भटकाने और लोगों के विभाजन की कोशिश कर रहे हैं। युवाओं की मांगें वैध हैं और उन्हें दबाया नहीं जाना चाहिए।
पीएम मोदी को दी चुनौती
राहुल ने कहा, पीएम मोदी में छात्रों के सामने खड़े होने की हिम्मत नहीं है। उन्होंने कहा, मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि वे किसी भी यूनिवर्सिटी में बिना पुलिस के जाकर दिखाएं। उन्होंने कहा, पीएम लोगों को बताएं कि वह इस देश के लिए क्या करने जा रहे हैं?