राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ(RSS) के प्रमुख डॉ. मोहन भागवत के बंगाल दौरे ने ममता सरकार में खलबली मचा दी है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भागवत के बंगाल दौरे को लेकर दंगा होने का शक जताकर विवाद का हवा दे दी। इस बीच नागपुर स्थित RSS के मुख्यालय की रेकी करने वाले एक आतंकवादी को जम्मू-कश्मीर से गिरफ्तार किया है।
नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने नागपुर स्थित राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ(RSS) के मुख्यालय की रेकी करने वाले जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी रईस अहमद असदुल्लाह शेख को अरेस्ट किया है। वो पिछले साल जुलाई में नागपुर आया था। उसने RSS मुख्यालय यानी डॉ. हेडगेवार स्मृति भवन परिसर और कुछ अन्य महत्वपूर्ण जगहों की रेकी की थी। नागपूर ATS ने जम्मू-कश्मीर पुलिस से उसे प्रोडक्शन वारंट पर हिरासत में लिया है। जम्मू कश्मीर पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि आतंकवादी ने पाकिस्तान में जैश के कहने पर यह रेकी की थी। बता दें कि यह गिरफ्तारी ऐसे समय में की गई है, जब RSS के प्रमुख डॉ. मोहन भागवत के बंगाल दौरे पर हैं। डॉ. मोहन भागवत के बंगाल दौरे ने ममता सरकार में खलबली मचा दी है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भागवत के बंगाल दौरे को लेकर दंगा होने का शक जताकर विवाद का हवा दे दी। ( पहली तस्वीर RSS मुख्यालय की है। दूसरी तस्वीर 15 अगस्त, 2020 की है, जब RSS के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने RSS के राष्ट्रीय मुख्यालय, नागपुर में राष्ट्रीय ध्वज फहराया था)
17 से 20 मई तक बंगाल के दौरे पर हैं भागवत
मोहन भागवत के बंगाल दौरे पर ममता बनर्जी ने विवादास्पद टिप्पणी की। उन्होंने पुलिस से सतर्क रहने की हिदायत देते हुए कहा कि सुनिश्चित करें कि राज्य में कोई दंगा न हो। बता दें कि माोहन भागवत 17 से 20 मई तक केशियारी गांव में रहेंगे। ममता बनर्जी ने पुलिस को निर्देश दिए कि वे पता करें कि उनका एजेंडा क्या है। इस बीच कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रखी जाए, ताकि दंगा न हो। इससे पहले भागवत फरवरी में उत्तर बंगाल के नक्सलबाड़ी में 4 दिनों की बैठक करने आए थे। सूत्रों के अनुसार, RSS की पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग, कलिम्पोंग हिल्स और पड़ोसी सिक्किम में इकाइयां स्थापित करने प्लानिंग है। इस समय संघ की बंगाल में करीब 1,800 शाखाएं हैं। इनमें से करीब 450 राज्य के उत्तरी जिलों में संचालित हैं।
ममता ने तंज भी मारा था
ममता बनर्जी ने मोहन भागवत की यात्रा पर तंज भी मारा था। उन्होंने प्रशासन से कहा कि वो RSS चीफ को कुछ मिठाई और फल भेजे। इससे उन्हें मालूम चले कि बंगाल अपने मेहमानों का कैसे स्वागत करता है। इसके साथ ही ममता ने जोड़ा कि प्रशासन इस मामले में अति न करें, क्योंकि वो इसका फायदा भी उठा सकते हैं। ममता के दंगे वाले बयान और प्रशासन को दी अजीबो-गरीब हिदायत पर भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई है। बंगाल में भाजपा नेता दिलीप घोष ने कहा कि मोहन भागवत सम्मानित व्यक्ति हैं। वे अकसर विभिन्न राज्यों का दौरा करते आए हैं। एक मुख्यमंत्री को उनके बारे में ऐसा बयान देना शोभा नहीं देता। दिलीप घोष ने बंगाल में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में तब भी दंगे हो रहे हैं, जब भागवत यहां नहीं रहते हैं। घोष ने सीधे शब्दों में कहा कि यहां की पुलिस और ममता बनर्जी की पार्टी के कार्यकर्ता हत्या और बलात्कार कर रहे हैं। सरकार इनसे नहीं निपट पा रही है।
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