मंडला लोकसभा चुनाव रिजल्ट 2024: फग्गन सिंह कुलस्ते फिर बने सांसद, 1 लाख से ज्यादा वोटों से जीते

Published : Jun 04, 2024, 03:15 AM ISTUpdated : Jun 04, 2024, 05:36 PM IST
MANDLA Lok Sabha Election Chunav Results

सार

लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी ने मप्र की मंडला (ST) सीट पर फग्गन सिंह कुलस्ते (Faggan Singh Kulaste) को टिकट दिया था, जबकि कांग्रेस ने ओंकार सिंह मरकाम (Omkar Singh Markam) को प्रत्याशी बनाया था।

MANDLA Lok Sabha Election Chunav Results 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में मप्र की मंडला (ST) सीट पर फग्गन सिंह कुलस्ते (Faggan Singh Kulaste) एक बार फिर सांसद चुने गए हैं। उन्होंने 103846 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की है। कांग्रेस ने यहां से ओंकार सिंह मरकाम (Omkar Singh Markam) को प्रत्याशी बनाया था।

मंडला लोकसभा चुनाव के फ्लैशबैक आंकड़े...

- BJP प्रत्याशी फग्गन सिंह कुलस्ते 2019 में मंडला के सांसद बने

- फग्गन सिंह कुलस्ते के पास 2019 में 2cr. की संपत्ती, 10 लाख कर्ज था

- 2014 में बीजेपी के फग्गन सिंह कुलस्ते को जनता ने दिया आर्शीवाद

- फग्गन सिंह के पास 2014 में 2 करोड़ की प्रॉपर्टी थी, 2 केस दर्ज था

- INC के बसोरी सिंह मसराम को 2009 में मंडला सीट पर मिली विजय

- 8वीं पास बसोरी सिंह मसराम ने 2009 में 36 लाख की दौलत शो की

- 2004 के चुनाव में फग्गन सिंह कुलस्ते ने मंडला सीट पर खिलाया कमल

- 2004 में कुलस्ते के पास कुल 30 लाख रु. की चल-अचल प्रॉपर्टी थी

नोटः मंडला संसदीय चुनाव 2019 के दौरान यहां पर वोटर्स की कुल संख्या 1951267 थी, जबकि 2014 में 1824702 वोटर थे। 2019 में मंडला सीट पर बीजेपी प्रत्याशी फग्गन सिंह कुलस्ते सांसद बने थे, उन्हें 737266 वोट मिला था। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी कमल सिंह मरावी को हराया था। मरावी को 639592 वोट मिला था। वहीं, 2014 में मंडला संसदीय क्षेत्र की जनता ने भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता फग्गन सिंह कुलस्ते को जीत का आर्शीवाद दिया। 585720 वोट पाकर फग्गन सिंह ने राष्ट्रीय कांग्रेस प्रत्याशी ओमकार सिंह मरकाम कोहराया था। ओमकार को 475251 वोट मिला था।

पढ़ें लोकसभा इलेक्शन 2024 रिजल्ट का हर अपडेट

PREV

Recommended Stories

इंडिगो संकट का 5वां दिन: चेन्नई–हैदराबाद में 200+ फ्लाइट्स कैंसिल-आखिर एयरलाइन में चल क्या रहा है?
गोवा नाइटक्लब आग: मैनेजर गिरफ्तार, मालिक के खिलाफ वारंट जारी-क्या नियमों की अनदेखी थी?