खुद जन्नत में 72 हूरों की चाहत, पर बहन-मौसी के लिए बहुत शर्मनाक सोचता था, बीकॉम स्टूडेंट रहे आतंकी की कहानी

 कर्नाटक के मेंगलुरू में हुए ऑटोरिक्शा विस्फोट केस मामले की इन्वेस्टिगेशन अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) कर रही है। शुरुआत यह मामला छोटा नजर आ रहा था, लेकिन जैसे-जैसे जांच तह तक पहुंच रही है, यह एक बड़ी आतंकी घटना की ओर इशारा कर रही है। इस मामले में 24 वर्षीय मोहम्मद शारिक गिरफ्त में है। 

Amitabh Budholiya | Published : Dec 3, 2022 5:08 AM IST / Updated: Dec 03 2022, 10:41 AM IST

मेंगलुरु(Mangaluru). कर्नाटक के मेंगलुरू में हुए ऑटोरिक्शा विस्फोट केस मामले की इन्वेस्टिगेशन अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) कर रही है। शुरुआत यह मामला छोटा नजर आ रहा था, लेकिन जैसे-जैसे जांच तह तक पहुंच रही है, यह एक बड़ी आतंकी घटना की ओर इशारा कर रही है। इस मामले में 24 वर्षीय मोहम्मद शारिक गिरफ्त में है। शारिक बीकॉम का छात्र था। उस पर 2020 के अंत में मंगलुरु में एक पुलिस स्टेशन की दीवार पर भड़काऊ नारे लिखने का आरोप लगा था। 2021 में आठ महीने के लिए जेल में था। जुलाई 2021 में उसके अब्बू ने जमानत पर रिहा कराया था।शिवमोग्गा पुलिस ने भी स्वतंत्रता दिवस पर छुरा घोंपने के आरोप में उसे गिरफ्तार किया। पढ़िए चौंकाने वाले खुलासे...


1. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 19 नवंबर को मंगलुरु में एक ऑटोरिक्शा में हुए विस्फोट की जांच शुरू कर दी है, जिसमें एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस ले जा रहा आतंकवादी और ऑटोरिक्शा ड्राइवर घायल हो गया था।

2. यह मामला कर्नाटक सरकार ने NIA को सौंप दिया था। इसके बाद NIA ने 23 नवंबर को एक नई FIR दर्ज की थी। मंगलुरु के पुलिस कमिश्नर एन शशि कुमार ने गुरुवार(1 दिसंबर) को बताया था कि एनआईए ने मंगलुरु पुलिस से जांच अपने हाथ में ले ली है।

3.पिछले सप्ताह नई दिल्ली में NIA द्वारा दर्ज की गई और कर्नाटक में NIA मामलों के लिए एक स्पेशल कोर्ट में ट्रांसफर की गई FIR के अनुसार, केंद्र सरकार को ड्राइवर के. पुरुषोत्तम के एक ऑटोरिक्शा में विस्फोट से संबंधित सूचना मिली थी। जब वह कांकानाडी पुलिस स्टेशन से मंगलुरु के पंपवेल क्षेत्र तक एक यात्री(संदिग्ध) को ले जा रहा था। 

4. शिकायतकर्ता यानी ऑटो ड्राइवर और संदिग्ध यात्री ब्लास्ट में गंभीर रूप से घायल हो गए और ऑटोरिक्शा क्षतिग्रस्त हो गया। घटना स्थल से पुलिस ने पांच लीटर का प्रेशर कुकर, नौ वोल्ट की तीन बैटरी, एक क्षतिग्रस्त सर्किट और आईईडी बनाने के लिए आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली अन्य सामग्री बरामद की थी।

5.ऑटो ड्राइवर की जानकारी और पुलिस जांच में पता चला कि आईईडी ले जाने वाला यात्री 24 वर्षीय मोहम्मद शरीक उर्फ ​​प्रेमराज था। मैसूर में उसके घर की तलाशी में पुलिस को विभिन्न रासायनिक पदार्थ, मैकेनिकल टूल्स और बिजली के सामान का पता चला, जिनका उपयोग आईईडी बनाने के लिए किया जाता है।

6. NIA ने अपनी FIR में लिखा कि शरीक से पूछताछ करना है, जो 40 प्रतिशत जलने के बाद 19 नवंबर से अस्पताल में है। कोयंबटूर में 23 अक्टूबर को हुए एक अन्य विस्फोट के संभावित लिंक का पता लगाना, आईईडी विस्फोट के वास्तविक उद्देश्य का पता लगाना और साजिश के पीछे कौन लोग हैं या आतंकी संगठन है, इसका पता करना है।

7.एनआईए ने सितंबर में कर्नाटक में शिवमोग्गा पुलिस द्वारा शुरू में दर्ज की गई एक आतंकी साजिश के संबंध में एक FIR की जांच भी इसी से जोड़कर शुरू की है। उस मामले में भी बम बनाने के प्रयासों में शारिक की संभावित भूमिका सबसे पहले सामने आई थी।

8. NIA ने मंगलुरु विस्फोट से 5 दिन पहले शिवमोग्गा मामले में FIR दर्ज की थी। इस साल की शुरुआत में शिवमोग्गा में यासीन के घर के पास एक प्रयोगात्मक बम विस्फोट करने में कथित संलिप्तता के लिए शारिक, 22 वर्षीय माज अहमद और 22 वर्षीय सैयद यासीन को नामजद किया गया था।

9. NIA ने ने शिवमोग्गा मामले में दर्ज मूल FIR का हवाला देते हुए कहा है कि तीनों ने प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट की आतंकवादी गतिविधियों को आगे बढ़ाने और देश की एकता, सुरक्षा और संप्रभुता को बिगाड़ने और भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश रची थी। यह FIR ग्रामीण पुलिस ने  20 सितंबर, 2022 को दर्ज की थी।

10. आरोप है इन लोगों ने 1 जनवरी, 2022 और 19 सितंबर, 2022 के बीच आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम दिया। NIA की जांच में सामने आया कि आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के मकसद से शारिक और अन्य ने विस्फोटक बनाने के लिए आवश्यक कच्चे माल को जमा किया था। फिर शारिक के के घर के पास एक खाली जगह पर प्रयोगात्मक रूप से बम विस्फोट किया और भारत का राष्ट्रीय ध्वज जलाया था।

11. इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर शिवमोग्गा में छुरा घोंपने की एक घटना की जांच के दौरान भी कर्नाटक पुलिस को तात्कालिक विस्फोटक उपकरणों के निर्माण के प्रयासों में शारिक की संलिप्तता और चरमपंथी विचारधारा के साथ उसके आतंकी प्रयासों का पता चला था।

12. दैनिकभास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार शारिक की मौसी शोपूगुड्डे में रहती हैं। उन्होंने कहा कि शारिक हमेशा घर की औरतों को हिंदुओं से बातें नहीं करने देता था। फरवरी 2020 में जो शिवमोगा की दीवारों पर लश्कर और ISIS के समर्थन में नारे लिखने में भी शारिक और उसके साथियों का हाथ सामने आया था। तब शारिक को उसके अब्बा ने जमानत पर बाहर निकलवाया था।

13. शारिक इतना कट्टर हो चुका था कि उसने घर की लड़कियों को मेकअप करने, टीवी देखने, गाने सुनने, हिंदुओं से बात नहीं करने तक को मना कर दिया था। बहनों का स्कूल तक छुड़वाकर घर बैठा दिया था। 

14. शारिक ने एक हिंदू नाम प्रेम राज हटगी का आधार कार्ड चुराकर उस पर अपना फोटो चिपका लिया था। उसने कुकर में इतना विस्फोटक भरा हुआ था कि किसी भी एक बस को उड़ाया जा सकता था। उसके निशाने पर हिंदू मंदिर और चिल्ड्रन फेस्टिवल थे। मोबाइल में जाकिर नाइक के वीडियो भी मिले हैं।

15.19 नवंबर की रात करीब 7:40 बजे मेंगलुरु शहर के बाहर चलते ऑटो में एक कम तीव्रता वाला विस्फोट हुआ था। इसमें यात्री बनकर सफर कर रहा शारिक और ऑटो ड्राइवर पुरुषोत्तम पुजारी घायल हो गए थे। 24 वर्षीय मोहम्मद शारिक इस विस्फोट में झुलस गया था।

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