10 जून को गठित राज्य स्तरीय शांति समिति की अध्यक्षता राज्यपाल अनुसुइया उइके कर रही हैं और इसमें मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह, सांसद, मंत्री, विधायक और अन्य हितधारक जैसे 51 प्रमुख हितधारक शामिल हैं।
गुवाहाटी: मणिपुर में शांति समझौता करीब-करीब फेल होता नजर आ रहा है। शांति पहल के लिए केंद्र द्वारा गठित कमेटी में मेइती समाज के जीतेंद्र निंगोम्बा को शमिल करने पर कूकी समाज ने नाखुशी जाहिर करते हुए खुद को अलग कर लिया है। उधर, मेईती समाज ने भी खुद को शांति समझौते में शामिल होने से अलग कर लिया है। मेईती समूह ने कहा कि विद्रोहियों के खिलाफ ऑपरेशन को सस्पेंड किए बगैर, नार्को-आतंकवाद, अवैध प्रवास का हल किए बिना शांति समझौता में शामिल नहीं हुआ जा सकता।
10 जून को गठित राज्य स्तरीय शांति समिति की अध्यक्षता राज्यपाल अनुसुइया उइके कर रही हैं और इसमें मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह, सांसद, मंत्री, विधायक और अन्य हितधारक जैसे 51 प्रमुख हितधारक शामिल हैं।