केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को लोकसभा में बताया कि देश में साल 2020 में कैंसर के 13.92 लाख मामले आए हैं। इसमें 12.8% बढ़ोतरी का अनुमान है। मंडाविया ने शुक्रवार को लोकसभा में राष्ट्रीय कैंसर पंजीयन कार्यक्रम के आंकड़े पेश करते हुए ये जानकारी दी।
नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को लोकसभा में बताया कि देश में साल 2020 में कैंसर के 13.92 लाख मामले आए हैं। इसमें 12.8% बढ़ोतरी का अनुमान है। मंडाविया ने शुक्रवार को लोकसभा में राष्ट्रीय कैंसर पंजीयन कार्यक्रम के आंकड़े पेश करते हुए ये जानकारी दी। एक सवाल के जवाब में मंडाविया ने कहा कि कि कैंसर मरीज देशभर के जिला अस्पतालों, मेडिकल कॉलेज अस्पतालों, एम्स जैसे केंद्रीय संस्थानों तथा निजी अस्पतालों समेत कई स्वास्थ्य केंद्रों पर तमाम सुविधाओं के साथ ट्रीटमेंट करा रहे हैं।
गरीब परिवारों को कैंसर के इलाज में वित्तीय सहायता :
इलाज के लिए पंजीकृत मरीजों से संबंधित आंकड़े संबंधित संस्थानों और अस्पतालों द्वारा अपने स्तर पर मेंटेन किए जाते हैं। मंडाविया ने कहा कि राष्ट्रीय आरोग्य निधि (RAN) के तहत, गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों के मरीजों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। इसके तहत गंभीर जानलेवा बीमारियों से पीड़ित मरीजों को सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल या अन्य सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए सुविधा मुहैया कराई जाती है।
कैंसर पेशेंट फंड के तहत मरीजों की मदद :
मंडाविया ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय के कैंसर पेशेंट फंड से वित्त वर्ष 2022-23 में पांच दिसंबर, 2022 तक 40 लाभार्थियों के लिए 2.17 करोड़ रुपए खर्च किए गए। इसी तरह, पिछले वित्त वर्ष में 64 लाभार्थियों के लिए 5.85 करोड़ रुपए का इस्तेमाल किया गया था। 2020-21 में 196 मरीजों के लिए 15.7 करोड़ रुपए और 2019-20 में 470 मरीजों के लिए 26.77 करोड़ रुपए खर्च किए गए।
39 कैंसर केयर सेंटरों को मंजूरी :
सरकारी अस्पतालों में गरीबों और जरूरतमंदों के लिए कैंसर का इलाज या तो मुफ्त या फिर बहुत ज्यादा सब्सिडी वाला है। केंद्र सरकार कैंसर मरीजों के लिए कैंसर केयर फैसिलिटी स्कीम्स शुरू करने जा रही है। इस योजना के तहत अब तक 19 राज्य कैंसर संस्थानों (SCI) और 20 टेरटियरी कैंसर केयर सेंटर (TCCC) को मंजूरी दी जा चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने बताया कि प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (PMSSY) के तहत नए एम्स और कई उन्नत संस्थानों में ऑन्कोलॉजी सुविधाओं को विकसित करने पर भी फोकस किया जा रहा है।
हर एक एम्स में मिलेगी कैंसर ट्रीटमेंट की सुविधा :
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि देश के सभी 22 एम्स में कैंसर ट्रीटमेंट की सुविधा को शुरू करने की योजना है। इन एम्स को अत्याधुनिक डायग्नोस्टिक, मेडिकल और सर्जिकल केयर सुविधाएं प्रदान की गई हैं। 13 राज्य सरकार के मेडिकल कॉलेजों में कैंसर ट्रीटमेंट सुविधाओं की भी योजना बनाई गई है। मंडाविया ने कहा कि झज्जर (हरियाणा) में राष्ट्रीय कैंसर संस्थान की स्थापना और चित्तरंजन राष्ट्रीय कैंसर संस्थान भी देश में कैंसर के इलाज की क्षमता बढ़ाने की दिशा में एक नया कदम है।
अमृत फॉर्मेसी स्टोर पर सस्ते दाम में कैंसर की दवाएं :
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) के तहत कैंसर का इलाज भी उपलब्ध है। इसके अलावा, राज्य सरकारों की मदद से प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (PMBJP) के तहत सभी को सस्ते दामों पर गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। मंडाविया ने बताया कि अफोर्डेबल मेडिसिन्स एंड रिलायबल इम्प्लांट्स फॉर ट्रीटमेंट (अमृत) फार्मेसी स्टोर कुछ अस्पतालों और संस्थानों में शुरू किए गए हैं, जिनका उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा छूट पर कैंसर की दवाएं उपलब्ध कराना है।
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