यूपी एटीएस ने 2 मौलानाओं को गिरफ्तार किया है जो हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कराने का अभियान चला रहे थे। ATS के हत्थे चढ़े मौलाना जहांगीर और उमर गौतम लखनऊ के बड़े मुस्लिम संस्थान से जुड़े हुए हैं। जिनका उद्देशय होता था गरीब लोगों को पैसा का लालच देकर धर्म परिवर्तन करारक मुश्लिम बनाना। बताया जाता है कि वह अब तक हजारों लोगों को धर्म परिवर्तन करा चुके हैं। जिसमें मूक बधिर और महिलाएं भी शामिल हैं।
नई दिल्ली। यूपी एटीएस ने धर्मांतरण कराए जाने वाले मामले में एक बड़ा खुलासा करके सबको हैरान कर दिया है। लखनऊ में अरेस्ट मौलानाओं में एक हिंदू रहा है जो बाद में इस्लाम कबूल कर लिया। हिंदू से मुसलमान बने मौलाना ने एक साल में साढ़े तीन सौ से अधिक हिंदुओं को इस्लाम धर्म कबूल कराया। यूपी के फतेहपुर का रहने वाले इस मौलाना का असली नाम श्याम प्रकाश सिंह गौतम था। 20 साल की उम्र में इस्लाम में आस्था जताते हुए नैनीताल में हिंदू से मुस्लिम बनना स्वीकार किया। और इसका नाम मोहम्मद उमर गौतम हो गया।
छह भाई बहन हैं श्याम प्रकाश उर्फ उमर, क्षत्रिय परिवार में पैदा हुआ
मोहम्मद उमर गौतम के अनुसार वह फतेहपुर का रहने वाला है। असली नाम श्याम प्रकाश सिंह गौतम है। एक क्षत्रिय परिवार में गौतम का जन्म 1964 में हुआ था। बीस साल की उम्र में गौतम ने नैनीताल में इस्लाम धर्म अपना लिया। गौतम के अनुसार इसके भाईयों का नाम उदयराज सिंह गौतम, उदय प्रताप सिंह गौतम, उदयनाथ सिंह गौतम, श्रीनाथ सिंह गौतम और धु्रव सिंह गौतम है। घर का नाम प्रधान था।
ग्रेजुएशन के दौरान नैनीताल में इस्लाम के बारे में जाना
उमर के अनुसार उसकी शुरूआती पढ़ाई फतेहपुर में हुई है। इलाहाबाद से इंटरमीडिएट की पढ़ाई की और फिर बीएससी एग्रीकल्चर में नैनीताल में दाखिला लिया। यूट्यूब पर अपने वीडियो में उमर गौतम ने बताया कि यहीं हाॅस्टल में रहने के दौरान उसकी मुलाकात नासिर से हुई। बिजनौर के रहने वाले नासिर से धीरे-धीरे उसकी दोस्ती हुई। उमर ने बताया कि दोनों मंगलवार को साथ-साथ मंदिर जाते थे। इसी दौरान उसने कुरान भी पढ़ी। 1984 में एमएससी करने के दौरान इस्लाम को अपना लिया। काॅलेज और हाॅस्टल में भी धर्म बदलने की बात सबको बता दिया। फिर इसके बाद जामियां मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय से इस्लामिक स्टडीज में एमए किया।
अपनी कहानी बताकर लोगों का कराता था धर्मांतरण
श्याम प्रकाश उर्फ मौलाना उमर दिल्ली में एक इस्लामिक सेंटर भी चलाता है। यहां वह अपनी खुद की स्टोरी बताकर मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए हिंदुओं को मोटिवेट करता था। इसके अलावा वह बाटला हाउस क्षेत्र में न्यू मस्जिद के पास एक अड्डा बना रखा था। एक साल में उमर ने 350 से अधिक लोगों का धर्मांतरण कराया है। इसमें नोएडा के डेढ़ दर्जन मूक-बधिर बच्चे भी शामिल हैं। यूपी के सभी प्रमुख शहरों में उमर ने धर्मांतरण कराया है।
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