जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पर आरोप लगाया है कि उन्होंने देश के संविधान की कीमत पर भाजपा के राजनीतिक एजेंडा को पूरा करने में मदद की।
नई दिल्ली। रामनाथ कोविंद के राष्ट्रपति पद से हटते ही जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने उनके खिलाफ तीखा हमला किया है। महबूबा ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रपति पद पर रहते हुए रामनाथ ने भारत के संविधान की कीमत पर बीजेपी के राजनीतिक एजेंडे को पूरा किया।
महबूबा ने कहा कि रामनाथ कोविंद अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गए जहां भारतीय संविधान को कुचला गया। मुफ्ती ने पूर्व राष्ट्रपति को आड़े हाथ लेते हुए जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म करने, नागरिकता (संशोधन) अधिनियम और देश में "अल्पसंख्यकों और दलितों को बेरहमी से निशाना बनाने" का जिक्र किया। अपने ट्वीट में महबूबा ने कहा कि रामनाथ कोविंद के कार्यकाल में भारतीय संविधान को अनेक बार कुचला गया। चाहे वह अनुच्छेद 370 को खत्म करना हो या सीएए। उनके समय अल्पसंख्यकों और दलितों को बेधड़क निशाना बनाया गया। उन्होंने भारतीय संविधान की कीमत पर भाजपा के राजनीतिक एजेंडे को पूरा किया।
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'हर घर तिरंगा अभियान' को लेकर भी किया था हमला
इससे पहले महबूबा ने 'हर घर तिरंगा अभियान' को लेकर केंद्र सरकार पर हमला किया था। उन्होंने कहा था कि जिस तरह से जम्मू-कश्मीर प्रशासन छात्रों, दुकानदारों और कर्मचारियों को राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए मजबूर कर रहा है, ऐसा लगता है कि कश्मीर एक दुश्मन क्षेत्र है जिसे कब्जा करने की जरूरत है। देशभक्ति स्वाभाविक रूप से आती है, इसे थोपा नहीं जा सकता। बता दें कि रामनाथ कोविंद ने अपना कार्यकाल पूरा कर लिया है। द्रौपदी मुर्मू भारत की 15वीं राष्ट्रपति बनीं हैं। उन्होंने सोमवार को संसद के सेंट्रल हॉल में आयोजित एक समारोह में भारत के नए राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली।
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