
MK Chandrasekhar Death Leaders Condolences: 29 अगस्त देर रात केरल बीजेपी अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर के पिता एयर कमोडोर एमके चंद्रशेखर का निधन हो गया। इस खबर ने पूरे देश को गमगीन कर दिया है। राजीव चंद्रशेखर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा- मैंने अपना गुरु खो दिया.' केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने उन्हें याद करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि दी और कहा- 'उनका समर्पण, दृष्टिकोण और योगदान हमेशा याद किया जाएगा।' देशभर के कई दिग्गज नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।
पिता को याद करते हुए राजीव चंद्रशेखर ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'मेरे पिता आज हमारे बीच नहीं रहे। उन्होंने लंबा और प्रेरक जीवन जिया। मेरी जिंदगी के हर कदम में उनकी सीख और प्रेम की छाया रही। वे एक एयर वॉरियर, देशभक्त और अद्भुत इंसान थे। लेकिन मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण, वे एक महान पिता और मार्गदर्शक थे।'
'एयर कमोडोर एमके चंद्रशेखर जी के निधन से गहरा दुख हुआ है। उनका समर्पण, दृष्टिकोण और योगदान हमेशा याद किया जाएगा। परिवार और शुभचिंतकों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। ओम शांति।'
'एयर कमोडोर एमके चंद्रशेखर जी के निधन का समाचार सुनकर दुखी हूं। उन्होंने भारतीय वायुसेना में गरिमा और सम्मान के साथ अपना जीवन सेवा को समर्पित किया। ईश्वर परिवार को यह दुख सहने की शक्ति दें। ओम शांति'
'एयर कमोडोर एमके चंद्रशेखर जी के निधन का समाचार दुखद है। वे भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री राजीव चंद्रशेखर जी के पिता थे। इस कठिन समय में मैं उनके परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं। ओम शांति।'
'एयर कमोडोर एमके चंद्रशेखर (रिटायर्ड) के निधन का समाचार दुखद है। वे एक सशक्त वायुसेना अधिकारी और राष्ट्र के प्रति समर्पित व्यक्तित्व थे। परिवार को मेरी गहरी संवेदनाएं। ओम शांति।'
'एयर कमोडोर एमके चंद्रशेखर जी, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा केरल अध्यक्ष श्री राजीव चंद्रशेखर जी के पिता थे। त्रिशूर, केरल के निवासी रहे उन्होंने 1954 से 1986 तक भारतीय वायुसेना की गौरवपूर्ण सेवा की। इस अपूरणीय क्षति पर गहरा दुख है। ओम शांति।'
'एयर कमोडोर एमके चंद्रशेखर जी का जीवन सेवा, दृष्टि और ईमानदारी का प्रतीक रहा। उनके निधन से राष्ट्र ने एक महान व्यक्तित्व खो दिया। मेरी श्रद्धांजलि और संवेदनाएं।'
'एयर कमोडोर एमके चंद्रशेखर जी, भाजपा के वरिष्ठ नेता राजीव चंद्रशेखर जी के पिता थे। वे बेंगलुरु के अस्पताल में उपचार के दौरान हमें छोड़कर चले गए। उनकी आत्मा को शांति मिले। एयर कमोडोर एमके चंद्रशेखर न सिर्फ भारतीय वायुसेना के एक सशक्त अधिकारी थे, बल्कि एक आदर्श पिता, नेता और प्रेरणा स्रोत भी रहे। उनकी 32 साल की गौरवशाली सेवा और राष्ट्र के प्रति समर्पण को सदैव याद किया जाएगा।'
भारतीय वायुसेना के जांबाज और अनुशासन और देशभक्ति के प्रतीक एयर कमोडोर मंगत्तिल करक्कड़ चंद्रशेखर का करियर देश के लिए प्रेरणा का स्रोत है। वे 17 जुलाई 1954 को भारतीय वायुसेना में शामिल हुए। उन्होंने 32 साल तक देश की सेवा की और 25 दिसंबर 1986 को स्वेच्छा से रिटायर हुए। अपनी अद्वितीय क्षमताओं और समर्पण के कारण उन्हें A1 इंस्ट्रक्टर रेटिंग से सम्मानित किया गया।
फ्लाइंग ऑफिसर: 17 जुलाई 1955
फ्लाइट लेफ्टिनेंट: 17 जुलाई 1959
स्क्वाड्रन लीडर: 17 जुलाई 1965
विंग कमांडर: 1 अप्रैल 1974
एक्टिंग ग्रुप कैप्टन: 20 जून 1977
ग्रुप कैप्टन: 1 अप्रैल 1978
एक्टिंग एयर कमोडोर: 5 जनवरी 1981
एयर कमोडोर: 1 जुलाई 1982
विशिष्ट सेवा पदक (VSM)- 26 जनवरी, 1964
वायुसेना पदक (VM)- 26 जनवरी, 1970
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