पीएम मोदी ने मंगलवार को बजट में हेल्थ सेक्टर में किए गए प्रावधानों के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए वेबिनार को संबोधित किया। पीएम ने कहा, इस साल के बजट में हेल्थ सेक्टर को जितना बजट आवंटित किया गया है, वो अभूतपूर्व है। ये हर देशवासी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
नई दिल्ली. पीएम मोदी ने मंगलवार को बजट में हेल्थ सेक्टर में किए गए प्रावधानों के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए वेबिनार को संबोधित किया। पीएम ने कहा, इस साल के बजट में हेल्थ सेक्टर को जितना बजट आवंटित किया गया है, वो अभूतपूर्व है। ये हर देशवासी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
भारत को स्वस्थ रखने के लिए 4 मोर्चों पर काम
पीएम मोदी ने कहा, "भारत को स्वस्थ रखने के लिए हम 4 मोर्चों पर एक साथ काम कर रहे हैं।"
पहला मोर्चा: बीमारियों को रोकना यानि बीमारी से बचाव और कल्याण का प्रचार।
दूसरा मोर्चा: गरीब से गरीब को सस्ता और प्रभावी इलाज देना। आयुष्मान भारत योजना और प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र जैसी योजनाएं यही काम कर रही हैं।
तीसरा मोर्चा: हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर और हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स की मात्रा और गुणवत्ता में बढ़ोतरी करना।
चौथा मोर्चा: समस्याओं से पार पाने के लिए मिशन मोड पर काम करना। मिशन इंद्रधनुष का विस्तार देश के आदिवासी और दूर-दराज के इलाकों तक किया गया है।
पीएम ने बताया- कोरोना ने क्या सबक दिया?
"कोरोना ने हमें ये सबक दिया है कि हमें सिर्फ आज ही महामारी से नहीं लड़ना है बल्कि भविष्य में आने वाली ऐसी किसी भी स्थिति के लिए भी देश को तैयार करना है इसलिए हेल्थ सेक्टर से जुड़े हर क्षेत्रों को मजबूत करना भी उतना ही आवश्यक है।"
"कोरोना के दौरान भारत के हेल्थ सेक्टर ने जो मजबूती दिखाई है, अपने जिस अनुभव और अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है, उसे दुनिया ने बहुत बारीकी से नोट किया है। आज पूरे विश्व में भारत के हेल्थ सेक्टर की प्रतिष्ठा और भारत के हेल्थ सेक्टर पर भरोसा एक नए स्तर पर पहुंचा है।"
देश में 2025 तक टीबी को खत्म करने का लक्ष्य
"देश से टीबी को खत्म करने के लिए हमने वर्ष 2025 तक का लक्ष्य रखा है। टीबी भी संक्रमित व्यक्ति के ड्रॉपलेट्स से ही फैलती है। टीबी की रोकथाम में भी मास्क पहनना, बीमारी का जल्दी पता लगाना और इलाज, सभी अहम हैं।