Money Laundering Case: महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख 14 दिन की ज्यूडिशल कस्टडी में भेजे गए

ब्लैक मनी को व्हाइट(Money Laundering) करने के आरोपों का सामना कर रहे महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख  (Anil Deshmukh) को 14 दिन की ज्यूडिशनल कस्टडी में भेजा गया है। प्रवर्तन निदेशालय(ED) ने कस्टडी खत्म होने पर 6 नवंबर को उन्हें कोर्ट में पेश किया था।

Amitabh Budholiya | Published : Nov 6, 2021 3:24 AM IST / Updated: Nov 06 2021, 03:17 PM IST

मुंबई. महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख  (Anil Deshmukh) 14 दिन की न्यायिक हिरासत(judicial custody) में भेजे गए हैं। प्रवर्तन निदेशालय(ED) ने 6 नवंबर को उनकी कस्टडी खत्म होने पर विशेष PMLA (Prevention of Money Laundering Act) अदालत में पेश किया था। देशमुख ब्लैक मनी को व्हाइट(Money Laundering) करने के आरोपों का सामना कर रहे हैं। उन्हें 1 नवंबर की देर रात अरेस्ट किया गया था। इस मामले में उनके परिजन भी जांच के दायरे में हैं।

100 करोड़ रुपए की वसूली से जुड़ा है मामला 
अनिल देखमुख (Anil Deshmukh) के खिलाफ 100 करोड़ रुपए की अवैध वसूली का आरोप है। प्रवर्तन निदेशालय(ED) ने 21 अप्रैल को उनके खिलाफ केस दर्ज किया था। ED का आरोप है कि देशमुख ने अपने पद का दुरुपयोग किया और एंटीलिया केस के आरोपी निलंबित पुलिसकर्मी सचिन वझे के जरिये मुंबई के विभिन्न बार-रेस्त्रां से 4.70 करोड़ रुपए की उगाही कराई थी।

इस मामले में देशमुख के बेटे को भी ED के सामने पेश होना है
अवैध वसूली के मामले में अनिल देशमुख के पूरे परिवार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। शुक्रवार यानी 5 नवंबर को उनके बेटे ऋषिकेश देशमुख को प्रवर्तन निदेशालय(ED) में पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन वे नहीं पहुंचे। कहा जा रहा है कि उन्होंने ED से 7 दिन का समय मांगा है। बता दें कि ED ने 1 नवंबर को अनिल देशमुख को गिरफ्तार किया था। उन्हें 2 नवंबर को कोर्ट में पेश किया गया था। वे 6 नवंबर तक कस्टडी में हैं। 

परमबीर सिंह ने उद्धव ठाकरे को लिखा था लेटर
मुकेश अंबानी के घर के बाहर मिले विस्फोटक की जांच के बाद यह मामला सामने आया था। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि अनिल देशमुख ने सचिन वझे(एंटीलिया केस का मुख्य आरोपी) को बार, रेस्तरां और अन्य जगहों से हर महीने 100 करोड़ रुपए इकट्ठा करने के लिए कहा था। चिट्ठी में परमबीर सिंह ने लिखा था, "गृहमंत्री देशमुख ने सचिन वझे को कई बार अपने बंगले पर बुलाया। फंड कलेक्ट करने का आदेश दिया। इस दौरान उनके पर्सनल सेक्रेटरी मिस्टर पलांडे भी वहां मौजूद थे। मैंने इस मामले को डिप्टी चीफ मिनिस्टर और एनसीपी चीफ शरद पवार को भी ब्रीफ किया।"

यह भी पढ़ें
Money laundering Case: अनिल देशमुख के बेटे मांग सकते हैं ED से 7 दिन की मोहलत; नहीं पहुंचे पूछताछ के लिए
Income Tax के शिकंजे में फंसे डिप्टी CM अजित पवार Corona की चपेट में आए, NCP चीफ शरद पवार ने दी जानकारी
ऐसा पहली बार: BJYM का प्रदेश मंत्री नहीं बना तो दिग्गज नेता की ‘बहन’ से रेप किया, शादी के वादे से मुकरा

 

Share this article
click me!