
Parliament Monsoon Session: संसद के मानसून सत्र के दौरान सोमवार को लोकसभा में दोपहर 2 बजे के बाद ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) पर चर्चा शुरू हुई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सरकार की ओर से जवाब दिया। बताया कि ऑपरेशन सिंदूर में 100 से अधिक आतंकी मारे गए। उन्होंने जब कहा कि असली आंकड़ा इससे भी अधिक है तो सांसदों ने खुशी का इजहार किया।
राजनाथ सिंह ने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम देने से पहले हमारी सेनाओं ने हर पहलू पर बहुत ही गहराई से अध्ययन किया। हमारे पास कई विकल्प थे, लेकिन हमने उस विकल्प को चुना जिसमें आतंकवादियों और उनके ठिकानों को अधिकतम नुकसान पहुंचे। पाकिस्तान के आम नागरिकों को कोई क्षति न हो। इस बात की भी हमलोगों ने चिंता की। हमारी सेनाओं द्वारा किए गए हमलों ने आतंकवादियों के 9 टारगेट को सटीकता से ढेर किया।"
रक्षा मंत्री ने कहा, "इस सैन्य कार्रवाई में एक अनुमान के अनुसार 100 से अधिक आतंकवादी, मैं बहुत संभलकर बोल रहा हूं अध्यक्ष महोदय, हमारा आंकड़ा गलत न हो पाए। आंकड़ा इससे बहुत अधिक है। 100 से अधिक आतंकवादी, उनके ट्रेनर, हैंडलर, लश्कर ए तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन जैसे आतंकी संगठनों से संबंधित थे। ये वही आतंकी संगठन हैं, जिन्हें पाकिस्तानी सेना और आईएसआई का खुला समर्थन प्राप्त है।"
राजनाथ सिंह बोले, "7 मई 2025 को रात 1 बजकर 5 मिनट पर भारतीय सेनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों से जुड़े 9 स्थानों को निशाना बनाया गया। 7 आतंकी शिविरों को भारतीय सेनाओं ने पूरी तरह नष्ट कर दिया।"
रक्षा मंत्री ने कहा, "हमने आतंकवादियों को उनके घर में घुसकर मारा। सेनाओं ने हमारी माताओं और बहनों की सिंदूर का बदला लिया। प्रत्येक भारतीय इस भावना से ओतप्रोत हो गया। यह सिंदूर की लाली, शौर्य की कहानी है। भारत के मस्तक पर वीरता की निशानी है। सेनाओं ने अंधेरी रात होने के बाद भी हमले की सफलता के स्पष्ट सबूत भी जुटाए हैं। भारत की सेनाओं ने अपने सभी लक्ष्यों को पूरा किया। 7 मई की रात 1.35 बजे के तुरंत बाद भारतीय डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन) ने हॉट लाइन संदेश के माध्यम से पाकिस्तान के डीजीएमओ से संपर्क किया और आतंकी इंफ्रास्ट्रक्चर के खिलाफ हमारे हमले के बारे में जानकारी दी। बताया कि ये हमले लड़ाई आगे बढ़ाने के नेचर के नहीं थे। हमने उन्हें निशाना बनाया, जिन्होंने हमें नुकसान पहुंचाया था।"
राजनाथ सिंह ने कहा, “यह ऑपरेशन उन मासूम परिवारों को न्याय दिलाने के लिए किया गया था, जिन्होंने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी हमले में अपने प्रियजनों को खोया था। हमारी सेनाओं ने सिर्फ उनको टारगेट किया, जो इन आतंकियों को सपोर्ट करते हुए भारत पर हमला करने की कोशिश में लगातार शामिल थे। ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य था कि आतंकवाद के रूप में प्रॉक्सी वार लड़ रहे पाकिस्तान को सजा दी जाए। इसी वजह से सैन्य बलों को पूरी आजादी दी गई थी कि वे अपने टारगेट खुद चुनें और करारा जवाब दें। इस ऑपरेशन का उद्देश्य कोई युद्ध शुरू करना नहीं था।”
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केंद्रीय मंत्री ने कहा, "हालांकि पाकिस्तान ने अगले कुछ दिनों तक नागरिक और सैन्य ठिकानों पर गोलीबारी कर बड़े पैमाने पर सीजफायर वायलेशन कर स्थिति को एस्केलेट करने की कोशिश की। 7-8 मई 2025 की रात को पाकिस्तान ने UAV (Unmanned aerial vehicle) और अन्य साधनों का उपयोग कर भारत की वायुसेना के बेस, वायुसेना के सेंसर और सेना के फॉर्मेशन हेड क्वार्टर से लेकर ब्रिगेडों तक पर हमला किया। हमारे एयर डिफेंस सिस्टम और काउंटर UAV सिस्टम ने इन हमलों को सफलतापूर्वक विफल कर दिया। S-400, MRSAM, आकाश मिसाइल सिस्टम और एयर डिफेंस गन बहुत प्रभावी साबित हुए हैं। पाकिस्तान पर हमारा जवाबी हमला नपा तुला था। 8 मई 2025 को केवल चुनिंदा पाकिस्तान एयर डिफेंस सिस्टम और सेंसर नेटवर्क को मिसाइल द्वारा टारगेट किया गया।
रक्षा मंत्री ने कहा, "ऑपरेशन सिंदूर ट्राई सर्विसेज कोऑर्डिनेशन का बेमिसाल उदाहरण था। जब भारतीय वायुसेना ने आसमान से हमले किए, हमारी थल सेना ने जमीन पर मोर्चा संभाल लिया। हमारे जवान नियंत्रण रेखा पर पूरी ताकत से डटे रहे और पाकिस्तान की हर हरकत का करारा जवाब दिया। भारतीय नौसेना ने भी उत्तरी अरब सागर में अपनी तैनाती मजबूत कर ली। भारतीय नौसैनिकों ने पाकिस्तान को यह साफ संदेश कि हम समुद्र से लेकर जमीन तक पाकिस्तान के हर महत्वपूर्ण ठिकाने पर प्रहार करने में न केवल सक्षम हैं, बल्कि हम तैयार हैं।"