देश में 21 दिन का लॉकडाउन है। इस बीच तेलंगाना के निजामाबाद में रहने वाली एक महिला ने 1400 किमी. स्कूटी चलाई और अपने बेटे को वापस घर लेकर आईं। निजामाबाद के बोधान में पढ़ाने वाली रजिया बेगम का बेटा आंध्र प्रदेश के नेल्लोर में फंसा था।
हैदराबाद. देश में 21 दिन का लॉकडाउन है। इस बीच तेलंगाना के निजामाबाद में रहने वाली एक महिला ने 1400 किमी. चलाई और अपने बेटे को घर वापस लेकर आई। निजामाबाद के बोधान में पढ़ाने वाली रजिया बेगम का बेटा आंध्र प्रदेश के नेल्लोर में फंसा था। बेटे को लाने के लिए मां स्कूटी से ही निकल पड़ी।
पुलिस से बनवाया पास और निकल पड़ीं
रजिया निजामाबाद जिले (तेलंगाना) के बोधन शहर में एक सरकारी टीचर है। उन्होंने सोमवार सुबह (6 अप्रैल) अपनी यात्रा शुरू की। 700 किमी. स्कूटी चलाकर आंध्र प्रदेश के नेल्लोर पहुंची और फिर बुधवार की शाम (8 अप्रैल) को अपने घर वापस लौट आईं। रजिया बेगम ने बाहर जाने के लिए पुलिस से पास बनवाया। नेल्लोर जाने के लिए उन्हें रास्ते में कई जगहों पर रुकना पड़ा। इस दौरान उन्हें दूसरे पुलिस अधिकारियों की भी मदद ली। तब कहीं जाकर अपने बेटे तक पहुंची।
दोस्त के घर गया था बेटा, वहीं फंस गया
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,बेटा निजामुद्दीन 12वीं छात्र है। पिछले महीने वह अपने दोस्त के घर गया था। निजामुद्दीन को खबर मिली कि उसके दोस्त के तबीयत खराब है। जानकारी मिलते ही 12 मार्च को निजामुद्दीन अपने दोस्त को लेकर नेल्लोर निकल गया। इसी दौरान लॉकडाउन की घोषणा हो गई। निजामुद्दीन अपने घर वापस नहीं आ सका।
7 अप्रैल को नेल्लोर पहुंची, 8 अप्रैल को बोधान लौट आईं
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मां रजिया बेगम ने बेटे को वापस ले आने के लिए स्कूटी से ही निकलना सही समझा। वह 7 अप्रैल को नेल्लोर पहुंच गई। निजामुद्दीन को साथ लेकर वह तुरंत वहां से निकल पड़ी और 8 अप्रैल को बोधान वापस लौट आई।
तेलंगाना में कोरोना के 417 केस
10 अप्रैल की सुबह 12 बजे तक के आंकड़े देखे तो कोरोना के 6771 केस सामने आ चुके हैं। 228 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं तेलंगाना में 417 कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं र 12 लोगों की जान जा चुकी है।