कोरोना वॉरियर्सः किसी के घर में न छाए अंधेरा... 6 माह की बेटी को गोद में लेकर ड्यूटी करती है यह मां

राजधानी भोपाल के कोलार बिजली घर में तैनात प्रगति तायड़े अपनी 6 माह की बेटी के साथ ड्यूटी कर रही हैं। प्रगति का कहना है कि कोरोना के खिलाफ जारी जंग में घर में रह रहे लोगों को कोई दिक्कत ना हो इसलिए वह ड्यूटी कर रही हैं। 

Asianet News Hindi | Published : Apr 6, 2020 4:04 AM IST / Updated: Apr 06 2020, 11:25 AM IST

भोपाल. कोरोना के खिलाफ जारी जंग में हर कोई पूरी ईमानदारी के साथ अपने कामों में जुटा हुआ है। कोरोना का हराने के लिए डॉक्टर्स, नर्स, मेडिकल टीम, पुलिस, प्रशासन सभी जी जान से जुटे हुए हैं। आम लोगों से जुड़ी जरूरी सेवाओं में बिजली भी है। बिजली की आपूर्ति निर्बाध रूप से जारी रहे, इसके लिए कर्मचारी दिन रात काम कर रहे हैं। इन सब के बीच मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है। जहां तमाम परेशानियों से जूझते हुए बिजलीघर की कर्मचारी छह माह की बीटिया को गोद में लेकर पूरी मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी कर रही है।

6 माह के बेटी के साथ करती हैं ड्यूटी 

भोपाल के कोलार सब-स्टेशन में बेटी को गोद में लेकर ड्यूटी कर रही महिला का नाम प्रगति तायड़े हैं। यहां वह टेस्टिंग ऑपरेटर के रूप में पदस्थ हैं। कोरोना काल में उसकी पहचान कोरोना वॉरियर के रूप में है, जिसकी शहर में खूब चर्चा हो रही है। सुबह आठ बजे से लेकर शाम चार बजे तक प्रगति ड्यूटी पर डटी रहती हैं। इस दौरान मां-बेटी के चेहरे पर मास्क होता है।

COVID-19: भोपाल में 6 माह की बेटी के साथ ...

किसी के घर में अंधेरा न रहे

कोरोना के खिलाफ जारी जंग के बीच प्रगति सुबह आठ बजे दफ्तर पहुंच जाती है। प्रगति तायड़े ने कहा कि मैं नहीं चाहती हूं कि इस संकट के समय में किसी के घर अंधेरा रहे। इस मकसद के साथ वह हर रोज ड्यूटी करती हैं। 

गरीबों के लिए लाती है खाना

टेस्टिंग ऑपरेटर प्रगति ने कहा कि दफ्तर आते समय वह गरीबों के लिए खाना बनाकर भी लाती है। रास्ते में जो भी भूखा-प्यासा दिख जाता है, उनको बांट देती हूं। प्रगति ने कहा कि बेटी को ऑफिस लेकर आना काफी चुनौतीपूर्ण है लेकिन इसे घर में भी नहीं छोड़ सकती हूं।

कर्तव्य को निभा रही हूं

प्रगति ने कहा कि वह भी डॉक्टर, नर्स और पुलिसकर्मियों की तरह अपने कर्तव्य को पूरा कर रही हैं। सभी लोग विषम परिस्थितियों में काम कर रहे हैं। ऐसे में मैं कैसे घर बैठ सकती हूं। इस गर्मी के मौसम में लॉक डाउन के दौरान घर रुके लोगों की किसी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो। इसलिए मैं ड्यूटी पर जाती हूं।

मध्यप्रदेश में कोरोना की स्थिति 

मध्यप्रदेश में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। प्रदेश में कोरोना के 193 पॉजिटिव मरीज हैं। आज सोमवार को राजधानी भोपाल में कोरोना से पहली मौत हुआ है। एक 63 साल के शख्स ने दम तोड़ दिया है। वहीं, भोपाल में संक्रमित मरीजों की संख्या 43 है। कोरोना से सबसे ज्यादा इंदौर प्रभावित है। 

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