जम्मू-कश्मीर में एक निर्माणाधीर सुरंग गिरने के एक दिन बाद पहाड़ का टुकड़ा गिर गया। पहाड़ गिरने का यह वीडियो रोंगटे खड़े करने वाला है। घटना केंद्र शासित प्रदेश के रामबन जिले की है।
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के रामबन जिले (Ramban) में निर्माणाधीन सुरंग के ढहने के अगले दिन फिर से एक बड़ा हादसा होते होते बचा। कैमरे में कैद इस दृश्य से टले भयावह खतरे का अंदाजा लगाया जा सकता है। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (Jammu-Srinagar National Highway) पर मेकरकोट इलाके में शुक्रवार को बचाव अभियान स्थल के पास पहाड़ का एक हिस्सा गिर गया। रामबन मस्सारतुल इस्लाम के उपायुक्त ने कहा कि इस दूसरे हादसे के बारे में हमें ऐसा कुछ होने की उम्मीद नहीं थी। दो मशीनें फंस गईं। आंधी तूफान के कारण बचाव अभियान प्रभावित हुआ। 16-17 घंटे का ऑपरेशन बर्बाद हो गया। अब सबकुछ नए सिरे से शुरू करना होगा।
केंद्र शासित प्रदेश के रामबन जिले में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा गिरने से एक मजदूर की मौत हो गई और तीन को बचा लिया गया। नौ श्रमिक सुरंग के मलबे में फंस गए थे जिनको बचाने का प्रयास किया जा रहा था लेकिन अधिकारियों ने यह संकेत दिए हैं कि किसी के भी बचने की संभावना बेहद कम है।
खूनी नाला के पास ढही थी सुरंग
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गुरुवार की रात करीब 10:15 बजे, रामबन में खूनी नाला के पास राजमार्ग पर टी 3 की ऑडिट सुरंग ढह गई, जिससे वहां काम कर रहे सरला कंपनी के 11-12 मजदूर फंस गए। उन्होंने कहा कि रामबन और रामसू के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग पर बचाव अभियान आधी रात को शुरू हुआ और पूरे जोरों पर चल रहा था, जिसमें फंसे लोगों तक पहुंचने के लिए रॉक ब्रेकर का इस्तेमाल किया जा रहा था।
जम्मू के संभागीय आयुक्त रमेश कुमार और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी), जम्मू क्षेत्र, मुकेश सिंह ने घटना स्थल का दौरा किया जहां बड़े पैमाने पर बचाव अभियान जारी है।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने सुरंग के एक हिस्से के ढहने को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। उन्होंने कहा कि मैं डीसी मुसरत इस्लाम के साथ लगातार संपर्क में हूं। लगभग 10 श्रमिक मलबे के नीचे फंस गए थे। अन्य दो को बचा लिया गया और चोटों के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया। बचाव अभियान जोरों पर चल रहा है। नागरिक प्रशासन और पुलिस अधिकारी स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।
इनकी हुई पहचान
अस्पताल में भर्ती लोगों में से दो की पहचान झारखंड के विष्णु गोला (33) और जम्मू-कश्मीर के अमीन (26) के रूप में हुई है। पुलिस ने कहा कि तीसरे व्यक्ति, जिसके नाम का खुलासा नहीं किया गया है, को जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया है। उन्होंने कहा कि ये सभी सुरंग के ऑडिट का काम करने वाली कंपनी में कार्यरत थे।
रामबन के उपायुक्त मस्सारतुल इस्लाम और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मोहिता शर्मा पुलिस उप महानिरीक्षक के साथ बचाव अभियान की निगरानी कर रहे हैं। जम्मू के संभागीय आयुक्त श्री कुमार ने कहा कि बचाव अभियान में अधिक समय लगने की संभावना है क्योंकि फंसे हुए लोगों तक पहुंचने के लिए जगह बनाने के लिए रॉक ब्रेकर का इस्तेमाल किया जा रहा है।
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