
Cold Wave In MP: मध्य प्रदेश में इस बार ठंड ने नवंबर की शुरुआत में ही लोगों को कंपा दिया है। बर्फीली हवाओं के चलते भोपाल, इंदौर और कई जिलों में रात का तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया। राजधानी भोपाल में तो पिछले 84 साल का रिकॉर्ड टूट गया। मौसम विभाग ने आधे प्रदेश में शीतलहर और सीवियर कोल्ड वेव अलर्ट जारी कर दिया है। कई जिलों में स्कूल की टाइमिंग बदलनी पड़ी है, ताकि बच्चों को राहत मिल सके।
भोपाल में 16-17 नवंबर की रात 5.2°C दर्ज किया गया-जो 1941 के बाद नवंबर की सबसे ठंडी रात है। सुबह घनी धुंध छाई रही और शहर में कड़ाके की ठंड का असर साफ दिखाई दिया। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, उत्तर से लगातार आ रही ठंडी हवाएं तापमान को और नीचे ले जा रही हैं। अगले 48 घंटे का अलर्ट सबसे अहम माना जा रहा है।
मौसम विभाग के मुताबिक भोपाल, इंदौर और राजगढ़ में सीवियर कोल्ड वेव (Orange Alert) लागू है। जबकि धार, बड़वानी, खरगोन, खंडवा, हरदा, बैतूल, देवास, सीहोर, शाजापुर, विदिशा, रायसेन, सागर, शिवपुरी, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सतना, पन्ना, दमोह, जबलपुर, कटनी, मैहर, शहडोल में येलो अलर्ट लागू किया गया है। इन जिलों में रात का तापमान 7–10 डिग्री से भी नीचे जा रहा है।
मध्य प्रदेश में इस बार नवंबर की शुरुआत ने ही ठंड का ऐसा रंग दिखाया है, जैसा कई सालों में नहीं देखा गया। भोपाल, इंदौर, राजगढ़ से लेकर जबलपुर और शहडोल तक तापमान 5 से 10 डिग्री के बीच रिकॉर्ड हो रहा है, जिसे मौसम विभाग ने शीतलहर (Cold Wave in MP) की शुरुआत माना है।
रविवार–सोमवार की रात
दिन में भी बालाघाट के मलाजखंड, सिवनी, सीधी, पचमढ़ी सबसे ठंडे रहे, जहां अधिकतम तापमान 22–25°C के बीच रहा।
हां। भोपाल में इस बार ठंड ने ऐसा प्रहार किया कि नवंबर 1941 में बना 6.1 डिग्री का रिकॉर्ड टूट गया। इस बार पारा गिरकर 5.2 डिग्री तक आ गया। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि:
मौसम विभाग के मुताबिक, इस बार उत्तर भारत में तापमान गिरने के बाद तेज उत्तरी हवाएँ सीधे मध्य प्रदेश में घुस रही हैं।
इसके साथ-
मौसम विभाग के अनुसार 22 नवंबर से दक्षिण-पूर्वी खाड़ी में लो-प्रेशर एरिया एक्टिव होगा। उससे पहले MP में तेज शीतलहर जारी रहेगी। कई जिलों में तापमान 4–5 डिग्री तक जा सकता है। अगले दो दिनों के दौरान: