अमृत उद्यान (मुगल गार्डन) में 12 किस्म के ट्यूलिप के फूल होते हैं। हर साल इस गार्डन को आम पब्लिक के लिए एक तय डेट तक खोला जाता है।
Mughal Garden: राष्ट्रपति भवन का सुप्रसिद्ध मुगल गार्डन अब नए नाम से जाना जाएगा। मुगल गार्डन का नया नाम अमृत उद्यान होगा। आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य पर गार्डन का नाम बदल कर अमृत गार्डन कर दिया गया है। अमृत उद्यान (मुगल गार्डन) में 12 किस्म के ट्यूलिप के फूल होते हैं। हर साल इस गार्डन को आम पब्लिक के लिए एक तय डेट तक खोला जाता है।
मुगल गार्डन के रोड साइन को बुलडोजर से हटाया गया
मुगल गार्डन का नाम अमृत उद्यान किए जाने के बाद पुराने रोड साइन जोकि मुगल गार्डन नाम का था, को हटा दिया गया। इस रोड साइन को बुलडोजर से ले जाया गया। मुगल गार्डन की जगह पर अमृत उद्यान का साइनबोर्ड लगा दिया गया है। राष्ट्रपति की उप प्रेस सचिव नविका गुप्ता ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के 75 साल पूरे होने के समारोह के अवसर पर भारत की राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति भवन के उद्यानों को अमृत उद्यान का सामान्य नाम दिया है।
31 जनवरी से लोगों के लिए खुला रहेगा अमृत गार्डन
अमृत उद्यान को 31 जनवरी से आम लोगों के लिए खोला जाएगा। अगले 26 मार्च तक लोग इस मनोहारी गार्डन में आकर घूम सकते हैं। गार्डन 31 जनवरी 2023 से 26 मार्च 2023 तक रोज दोपहर 12 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहेगा। राष्ट्रपति भवन की वेबसाइट के अनुसार, अमृत उद्यान अब तक केवल फरवरी-मार्च के महीनों में आयोजित होने वाले वार्षिक उद्यान उत्सव के दौरान जनता के लिए खोला जाएगा।
जम्मू-कश्मीर के मुगल गार्डन से प्रेरित होकर पड़ा नाम
दरअसल, राष्ट्रपति भवन में मुगल और फारसी गार्डन्स की तर्ज पर तीन गार्डन्स हैं। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में एक खूबसूरत मुगल गार्डन है। जब राष्ट्रपति भवन में उद्यान लगाया गया तो इसके गार्डन को भी अधिकारियों व लोगों ने मुगल गार्डन कहना शुरू कर दिया। फिर इसका नाम भी मुगल गार्डन हो गया। 15 एकड़ में फैले मुगल गार्डन को अक्सर राष्ट्रपति भवन की आत्मा माना जाता है।
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