एंटीलिया केस : मौत से 3 दिन पहले स्कॉर्पियो मालिक ने लिखा था CM उद्धव को खत, कही थी ये बात

रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के घर के बाहर मिली कार के मालिक मनसुख हिरेन की मौत के मामले में नया खुलासा हुआ है। दरअसल, मनसुख हिरेन  ने अपनी मौत से 3 दिन पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, गृह मंत्री अनिल देशमुख और मुंबई के पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को पत्र लिखा था।

Asianet News Hindi | Published : Mar 6, 2021 9:37 AM IST

मुंबई.  रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के घर के बाहर मिली कार के मालिक मनसुख हिरेन की मौत के मामले में नया खुलासा हुआ है। दरअसल, मनसुख हिरेन  ने अपनी मौत से 3 दिन पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, गृह मंत्री अनिल देशमुख और मुंबई के पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने कहा था कि वे एक पीड़ित हैं, लेकिन उन्हें इस केस में आरोपी जैसा ट्रीट किया जा रहा है। 

वहीं, उद्धव सरकार ने इस मामले की जांच मुंबई ATS को सौंप दी है। जबकि मनसुख का परिवार इस मौत को हत्या करार दे रहा है। 

क्या लिखा था पत्र में?
मनसुख ने लिखा था, मैं ऊपर लिखे पत्र पर अपनी पत्नी और बच्चों के साथ 16 साल से रह रहा हूं। मेरी उम्र 46 साल है। मैं पिछले 21 साल से कार एसेसरीज के बिजनेस से जुड़ा हूं। मैं एक शांतिप्रिय व्यक्ति हूं और मेरा कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है।

पत्र में आगे लिखा, 2018 में मैंने अपने इस्तेमाल के लिए स्कॉर्पियो खरीदी थी। विक्रोली इलाके में स्कॉर्पियो कार की स्टीयरिंग लॉक हो गई थी। इसके बाद मैंने स्कॉर्पियो ईस्टर्न एक्सप्रेस वे पर साइड में पार्क कर दी और ओला से मुंबई गया। अगले दिन जब मैं गाड़ी उठाने गया, तो वह चोरी हो चुकी थी। इसके बाद मैंने  FIR दर्ज कराई।
 
'25 फरवरी को हैरत में आ गया'
25 फरवरी को  1:00 बजे एंटी टेरर स्क्वाड के दो पुलिसकर्मियों ने घर में आकर मुझे हैरत में डालने वाली बात बताई। उन्होंने बताया कि चोरी हुई स्कॉर्पियो मुकेश अंबानी के घर के बाहर से बरामद हुई है। उन्होंने पूछताछ भी की। इसके बाद 26 फरवरी को शाम चार बजे पुलिसकर्मी मुझे विक्रोली पुलिस स्टेशन ले गए और सुबह 6:00 बजे तक हिरासत में रखा। इसके बाद उन्होंने ही मुझे तक छोड़ा। 

उन्होंने आगे लिखा, 27 फरवरी और 1 मार्च को पुलिस, क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट और नागपाड़ा ATS ने मुझसे पूछताछ की। हर बार लगभग एक जैसे ही सवाल पूछे गए। NIA ऑफिसर ने भी मुझ से पूछताछ की और इसके बाद ज्वाइंट CP भामरे ने भी सवाल किए। 
 
पूछताछ से परेशान हुआ
मनसुख ने आगे लिखा, विभिन्न जांच एजेंसियों द्वारा बार बार पूछताछ से मेरे सुकून डिस्टर्ब हुआ है। इस मामले में पीड़ित हूं। लेकिन मुझे आरोपी की तरह ट्रीट किया जा रहा है। मुझे कई न्यूज पेपर वालों और टीवी चैनल के रिपोर्टरों द्वारा भी परेशान किया जा रहा है। एक रिपोर्टर ने मुझे बताया कि मैं इस केस में संदिग्ध हूं। मुझे कोई जानकारी ना होने के बावजूद लगातार परेशाना किया जा रहा है। 
 
क्या है मामला? 
25 फरवरी को मुकेश अंबानी के घर Antilia के पास एक संदिग्ध कार में विस्फोटक सामग्री मिली थी। एंटीलिया से 200 मीटर की दूरी पर SUV कार में जिलेटिन की 20 छडें मिली थीं। इतना ही नहीं कार के अंदर कुछ नंबर प्लेट भी थीं। जानकारी के मुताबिक, कार फर्जी नंबर की थी। इसमें जो नंबर प्लेट मिले हैं, उनके नंबर भी मुकेश अंबानी की कार से मिलते जुलते हैं। वहीं, महाराष्ट्र सरकार ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए क्राइम ब्रांच को जांच सौंप दी। 

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